हरियाणा के कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने महेंद्रगढ जिले के सतनाली के नायब तहसलीदार और गुरुग्राम के नायब तहसीलदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। यह कदम जनता की शिकायतों और आधिकारिक जांच रिपोर्टों के आधार पर उठाया है। उन्होंने गुरुग्राम के उपायुक्त को नायब तहसीलदार अमित कुमार यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के भी निर्देश दिए हैं। बता दे कि, दोनों ही तहसीलदारों को निलंबन के दौरान अपने-अपने मुख्यालय रोजाना रिपोर्ट करने को कहा गया लेकिन जांच के पहले छह महीनों के दौरान दोनों को केवल गुजारा भत्ता दिया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने स्पष्ट किया कि भ्रष्टाचार और प्रशासनिक लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करें। दोनों निलंबित अधिकारियों के खिलाफ विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। विपुल गोयल ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि जांच के दौरान किसी अन्य व्यक्ति की संलिप्तता पाई जाती हैए तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा, “सरकार जनता के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ करें।” मंत्री विपुल गोयल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में पारदर्शी और उत्तरदायी प्रशासन सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है, सरकार एक पारदर्शी और सुशासन प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने सोमवार को ही विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर गिरदावरी और फसल क्षति मुआवजे के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनता के कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं होनी चाहिए। बता दें कि,इसी बीच कुछ अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार और लापरवाही की शिकायतें सामने आईं, जिसके आधार पर दोनों नायब तहसीलदारों को निलंबित करने का आदेश जारी किया गया।