BSF: पाक की गिरफ्त में BSF जवान
क्या आपने किसी अपने को खोया है, जाहिर सी बात है, हम सभी ने हमारी जिंदगी में किसी ना किसी को जरूर खोया होगा। तो आप उस दर्द को आसानी से समझ सकते हैं। लेकिन दुर्भाग्य ये है कि, पता होते हुए भी हम अपने परिवार जन या प्रियजन से ना मिल पाएं। जी हां पहले भी ऐसा बहुत बार होते हुए देखा गया है… कहां, मैं बताती हूं पाकिस्तान और भारत के बीच। पाकिस्तान अपनी कायराना हरकत से कभी बाज नहीं आ सकता। वही पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक बार फिर पाकिस्तान अपनी नीच हरकत पर उतर आया है। आपको भी पता होगा कि, हालही में पाकिस्तान से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक जवान पूर्णम कुमार शॉ बुधवार को गलती से पाकिस्तान में प्रवेश कर गए। पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। बीएसएफ ने अपने जवान को वापस करने की मांग की है।
वहीं, वरिष्ठ अधिकारियों से अपने पति के बारे में कोई आश्वस्त करने वाली खबर न मिलने से व्यथित बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ की पत्नी रजनी ने कहा कि,
वो अमृतसर मेल से पठानकोट होते हुए फिरोजपुर जाएंगी और जवाब तलाशेंगी।
बुधवार को ड्यूटी के दौरान सीमा पार करने के बाद पूर्णम को पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया था। हालांकि, बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर ने शुरू में रजनी को फिरोजपुर जाने से रोकने की कोशिश की, क्योंकि वो गर्भवती हैं और बल पाकिस्तान के अधिकारियों के साथ उनकी रिहाई पर चर्चा कर रहा था, लेकिन बाद में उन्हें ऐसा करने की अनुमति मिल गई। रजनी की दो बहनें और एक चचेरा भाई उनके साथ जाएंगे।
उन्होंने कहा कि,
मैं यहां अनंत काल तक बैठकर इंतजार नहीं कर सकती। पिछले 72 घंटों से मुझे उनसे कोई संपर्क नहीं हुआ है। अगर मुझे वहां से मदद नहीं मिली तो मैं दिल्ली जाऊंगी और पीएमओ से जवाब मांगूंगी। क्योंकि, पाकिस्तान की ओर से रिलीज की गई तस्वीर में पूर्णम की आंखों पर पट्टी बंधी हुई है, जिसके देख कर चिंता और बढ़ गई है।
पूर्णम कुमार शॉ की मां देवंती देवी ने भी अपनी परेशानी जाहिर की। उन्होंने कहा कि
मैं बस यही चाहती हूं कि मेरा बेटा सुरक्षित वापस आ जाए।
शनिवार को, नबाना के अधिकारी रिशरा नगर पालिका के अध्यक्ष बिजॉय सागर मिश्रा के साथ शॉ के घर पहुंचे और परिवार को आश्वासन दिया कि, राज्य सरकार केंद्र के साथ मामले को आगे बढ़ाएगी।
सांसद कल्याण बनर्जी ने बताया कि, उन्होंने बीएसएफ डीजी से बात की, जिन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि पूर्णम फिलहाल सुरक्षित और अच्छे स्वास्थ्य में है।
लेकिन क्या आपको नहीं लगता ऐसी हरकतें पाकिस्तान को करने से पहले सौ बार सोचना जरूर चाहिए। पाकिस्तान की इस हरकत की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है। बातचीत का कोई हल अभी तक नहीं निकला है और सरकार को चाहिए कि इस पर सख्त से सख्त रूख अपना लिया जाएं।