Haryana: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने बागी नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। पार्टी ने उन नेताओं को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है, जो पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरे थे। बीजेपी की इस कार्रवाई से साफ है कि वह चुनाव में अनुशासन बनाए रखने और पार्टी के आंतरिक एकता को प्राथमिकता दे रही है।
बीजेपी ने कुल आठ नेताओं को निष्कासित किया है। इनमें प्रमुख नाम हैं रणजीत सिंह चौटाला,बच्चन सिंह आर्य, देवेंद्र कादियान, जिलेराम शर्मा (असंध), संदीप गर्ग (लाडवा), नवीन गोयल (गुरुग्राम), राधा अहलावत (महम), और केहर सिंह रावत (हथीन) से शामिल हैं। पार्टी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि यह कार्रवाई अनुशासन बनाए रखने के लिए की गई है और बागी नेताओं को अब पार्टी में कोई स्थान नहीं रहेगा।
बीजेपी के इस कदम के पीछे कई कारण हैं। चुनावी तैयारी के बीच, पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की छवि को बनाए रखने और विरोधियों को स्पष्ट संदेश देने का प्रयास किया है। रणजीत सिंह चौटाला को टिकट नहीं मिलने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया, जिसके बाद पार्टी ने उन पर कार्रवाई की। इसी प्रकार, अन्य बागी नेताओं की भी स्थिति थी जिन्होंने पार्टी के निर्णयों के खिलाफ जाने का साहस दिखाया।Haryana
बीजेपी की इस कार्रवाई से पहले कांग्रेस ने भी अपनी पार्टी के 24 बागियों को निष्कासित किया था, जो पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव लड़ रहे थे। इससे यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक दलों में अनुशासन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है, खासकर चुनावी समय में। हरियाणा में राजनीतिक परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं, और ऐसे में पार्टी एकजुटता को प्राथमिकता दे रही है।
बता दें कि, हरियाणा विधानसभा चुनाव के पूर्व, बीजेपी ने बागी नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर एक स्पष्ट संदेश दिया है। यह कदम पार्टी के अनुशासन को बनाए रखने और एकता को मजबूती देने की दिशा में महत्वपूर्ण है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव में ये निर्णय किस प्रकार के परिणाम लेकर आते हैं और पार्टी की चुनावी रणनीति किस दिशा में जाती है। बीजेपी का यह कदम अन्य राजनीतिक दलों के लिए भी एक उदाहरण पेश कर सकता है कि कैसे अनुशासन और एकता चुनावी सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।Haryana