हरियाणा के एक बीजेपी नेता ने डीएसपी से सार्वजनिक माफी मंगवाई। जिसके बाद उनका विरोध होने लगा। दरअसल हुआ यूं कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का कार्यक्रम चल रहा था और उसी दौरान एक स्थानीय भाजपा नेता मनीष सिंगला मंच पर जाने लगे। वहां सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी डीएसपी जितेंद्र राणा ने उन्हें रोक दिया। डीएसपी का कहना था कि वो सीएम की सुरक्षा ड्यूटी पर थे और उन्हें मनीष सिंगला को पहचानने में गलती हुई। लेकिन इस बात को भाजपा नेता मनीष सिंगला ने अपना अपमान मान लिया।
बात इतनी बढ़ गई कि डीएसपी जितेंद्र राणा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी पड़ी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें डीएसपी खुद एक कागज से माफी का बयान पढ़ते नजर आते हैं।
DSP जितेंद्र राणा वीडियो में कहते हैं –
“मैं मनीष जी को पहचान नहीं पाया। मेरा इरादा उनका अपमान करने का नहीं था। अगर उन्हें ठेस पहुंची है तो मैं माफी मांगता हूं।”
इसके बाद मनीष सिंगला ने भी वीडियो में कहा:
“DSP ने माफी मांग ली है, अब मुझे कोई शिकायत नहीं। वो मुझे पहले से नहीं जानते थे।”
पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे हैं मनीष सिंगला
बताते चलें कि मनीष सिंगला ओडिशा के पूर्व राज्यपाल गणेशी लाल के बेटे हैं और सिरसा के बड़े व्यापारी भी हैं। वह हरियाणा भाजपा की कार्यकारिणी के सदस्य भी हैं। इस घटना के दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं—एक जब डीएसपी ने उन्हें मंच पर जाने से रोका और दूसरा जिसमें डीएसपी माफी मांग रहे हैं। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि क्या एक पुलिस अधिकारी से इस तरह सार्वजनिक माफी लेना सही है? हरियाणा के विपक्षी नेताओं ने भी बीजेपी नेता की इस कर्यवाही का विरोध किया है…दीपेंद्र हुड्डा ने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा। सत्ता का नशा और अहंकार भाजपा नेताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है। भाजपा नेता हरियाणा पुलिस के DSP से माफी मंगवा रहे हैं क्योंकि वो उनको CM के प्रोग्राम में पहचान नहीं पाये थे। मुख्यमंत्री के करीबी साथी सरकार और वर्दी दोनों की गरिमा को तार-तार कर रहे हैं।