यमुना

दिल्ली में सियासी उथलपुथल देखी जा सकती है…विधानसभा सत्र कि शुरुआत हो चुकी है…साथ ही आरोप प्रत्यारोप का सीलसीला भी देखा जा सकता है…वहीं दिल्ली में सियासत से लेकर आम मानस तक यमुना नदी की सफाई एक बड़ा मुद्दा बन गया है. राजधानी में हुए हालिया विधानसभा चुनाव में भी यमुना नदी की सफाई का मुद्दा गूंजता रहा, जिसे AAP सरकार के खिलाफ बीजेपी ने जोरशोर से उठाया. लेकिन अब सवाल यह खड़ा हो रहा है कि आखिर यमुना नदी को किस तरह साफ किया जा सकता है.
वहीं इस बीच ऊर्जा एवं संसाधन संस्थान (TERI) ने यमुना नदी को साफ करने के लिए एक एक्शन प्लान तैयार किया है… रिपोर्ट के मुताबिक TERI ने नदी की हेल्थ को बेहतर बनाने के लिए जरूरी इस एक्शन प्लान को दिल्ली सरकार के साथ शेयर किया है. हालांकि, फिलहाल दिल्ली सरकार से इस पर प्रतिक्रिया मिलने का इंतजार है.अब तक कोई प्रतीक्रिया सामने नहीं आई है…लेकिन चुनाव से पहले परवे वर्मा ने भी दावा किया था कि …उनके पास भी यमुना को साफ करने के लिए प्लान है …सत्ते में आते ही इस पर संज्ञान लिया जाएगा..वहीं BJP के जीत के बाद यमुना को साफ करने का काम किया जा रहा …
TERI का दावा है कि उसके 10 सूत्रीय एक्शन प्लान के तहत 3 साल के अंदर नदी का कायाकल्प किया जा सकता है. NMCG-TERI के एसोसिएट डायरेक्टर नुपुर बहादुर ने कहा,’एक बार मृत घोषित होने के बाद दिल्ली में यमुना को अगले 3 सालों के अंदर उसके प्राकृतिक स्वरूप में पुनर्जीवित किया जा सकता है.’

Delhi Yamuna Pollution Solution BJP Government Ready News | Jansatta

चलीए आपकों बताते है कि आखीर एक्शन प्लान में क्या-क्या शामिल हैं

> अमोनिया और फॉस्फेट जैसे कीटनाशक निगरानी के आंकड़ों में जोड़े जाए.

> यमुना और हिंडन नदी के किनारों पर रेत खनन के मुद्दे पर विचार की बात.

> शहर के प्रमुख और छोटे नालों की निकासी, उनके मार्ग में परिवर्तन की सलाह.

> नालों की सफाई तथा एसटीपी और सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने की बात.

> एमजीडी से कम क्षमता वाले सूक्ष्म एसटीपी के उपयोग की भी वकालत की गई.

> 1994 की जल-साझाकरण संधि की पुनः समीक्षा.

> बेहतर तरीके से निगरानी की जाने की जरूरत.

> ​​नियमित रूप से गाद निकालने की बात शामिल.

> सीवेज उपचार संयंत्रों की दक्षता बढ़ाने की बात शामिल.

> नदी में न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा.

बता दें कि दिल्ली में BJP की सरकार बनने से कुछ दिन पहले ही यमुना नदी को तीन साल के अंदर प्रदूषण से मुक्त करने की रणनीति बनाई गई थी. दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने नदी की सफाई के निर्देश दिए हैं. कालिंदी कुंज घाट पर सफाई अभियान भी शुरू हो चुका है. यमुना सफाई अभियान को तेज करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक के बाद गाद हटाने और खरपतवार निकालने के लिए आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं.अब देखने वली बात यह होगी कि क्या जो वादे सत्ता में आने से पहले BJP ने यमुना को लेकर किया था वह पुरा कर पाते है या नहीं…

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