बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए राजनीति में एक नया मोड़ आने वाला है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी, जनता दल यूनाईटेड (JDU), ने 2020 में कोरोना काल के दौरान वर्चुअल प्रचार के माध्यम से बड़ी सफलता हासिल की थी। तब जदयू ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) को भी वर्चुअल प्रचार रैलियों के मामले में पीछे छोड़ दिया था। अब आगामी चुनाव में बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने एक कदम आगे बढ़ते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में राजद ने डिजिटल और तकनीकी दृष्टिकोण से चुनावी अभियान को मजबूत करने की रणनीति बनाई है, जिससे यह चुनाव और भी दिलचस्प होने की संभावना है।
कोरोना काल में वर्चुअल प्रचार की रणनीति
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में कोरोना महामारी का असर साफ दिखा था। चुनावी सभाओं पर प्रतिबंध और सामाजिक दूरी के नियमों के कारण नेताओं को अपने प्रचार अभियानों के तरीके में बदलाव करना पड़ा। ऐसे समय में, जदयू ने वर्चुअल रैलियों का सहारा लिया। जदयू ने अपने कार्यकर्ताओं के लिए एक खास “जदयू ऑनलाइन” प्लेटफॉर्म तैयार किया था, जिसे पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने चलाया था। इस प्लेटफॉर्म के जरिए पार्टी ने हर जिले के कार्यकर्ताओं को जोड़ने की कोशिश की और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संदेशों को सीधे जनता तक पहुंचाया।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी वर्चुअल रैलियों का आयोजन किया था, लेकिन जदयू के स्तर पर यह प्रयोग अधिक प्रभावी साबित हुआ था। जदयू ने खास तौर पर कंट्रोल रूम स्थापित किया था, जहां से वर्चुअल प्रचार की पूरी रणनीति और प्रचार सामग्री तैयार की जाती थी। इसके परिणामस्वरूप, जदयू ने कोरोना काल के बावजूद चुनावी प्रचार में अपनी पकड़ मजबूत की थी और इसने पार्टी को चुनाव में महत्वपूर्ण सफलता दिलाई।
राजद का AI का उपयोग और नए प्रयोग
बिहार चुनाव 2025 के लिए अब स्थिति बदल चुकी है। इस बार, राजद ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। तेजस्वी यादव की अगुआई में राजद ने एआई का उपयोग अपने चुनावी प्रचार में किया है। राजद का यह कदम चुनावी रणनीति को और भी उन्नत और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है, जिससे पार्टी को डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर मजबूती से अपनी बात पहुंचाने में मदद मिलेगी।
राजद के नेताओं ने पहले से ही AI तकनीक पर काम करना शुरू कर दिया है और यह चुनावी प्रचार में एक नए प्रयोग के रूप में सामने आ रहा है। राजद इस तकनीक के माध्यम से मीम्स, कार्टून और अन्य प्रकार के विजुअल कंटेंट का निर्माण करेगा। इन सभी में AI का इस्तेमाल होगा, जो चुनावी प्रचार के नए और रोमांचक तरीके को जन्म देगा। तेजस्वी यादव ने इसी कड़ी में शनिवार को एक एआई आधारित कार्टून जारी किया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा गया था। इस कार्टून के साथ तेजस्वी यादव ने यह संदेश भी दिया कि “बिहार में 15 साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वह ज्यादा धुआं फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती है, जनता के लिए हानिकारक है। तो फिर 20 साल पुरानी जोड़-तोड़ वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी?” यह कार्टून और उसके साथ लिखी गई चुटीली टिप्पणियां सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और इसे राजद के प्रचार में एक महत्वपूर्ण टूल के रूप में देखा गया।
चुनावी प्रचार में AI का प्रभाव
AI तकनीक का चुनावी प्रचार में उपयोग एक नई दिशा का संकेत दे रहा है। इस तकनीक का इस्तेमाल केवल बड़े पैमाने पर प्रचार तक सीमित नहीं होगा, बल्कि इससे जुड़े अन्य पहलुओं में भी इसका प्रभाव देखा जा सकता है। राजद के लिए AI का उपयोग एक प्रभावी और सटीक संदेश प्रसारित करने का माध्यम बन सकता है। चुटीले कार्टून और मीम्स के जरिए पार्टी न सिर्फ अपनी बात पहुंचा सकती है, बल्कि जनता को आकर्षित करने में भी सफल हो सकती है।
इस तकनीक का इस्तेमाल राजनीतिक संदेशों को तेज़ी से फैलाने में भी मदद करेगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर AI की मदद से वायरल कंटेंट तैयार करना अब बहुत आसान हो गया है। AI द्वारा निर्मित कंटेंट न केवल दर्शकों का ध्यान आकर्षित करेगा, बल्कि चुनावी प्रचार को और भी प्रभावी बनाएगा। इससे राजद को खासकर युवाओं तक अपनी बात पहुंचाने में मदद मिल सकती है, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय होते हैं और ऐसे कंटेंट को ज्यादा पसंद करते हैं।
नीतीश कुमार और बीजेपी के खिलाफ राजद का प्रचार
तेजस्वी यादव की रणनीति स्पष्ट है—वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार की नीतियों को लेकर आक्रामक प्रचार कर रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में, राजद ने नीतीश कुमार और उनकी सरकार को लगातार निशाना बनाया है। अब राजद ने AI का इस्तेमाल कर अपने विरोध को और भी तीव्र कर दिया है। तेजस्वी यादव ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से जनता को यह संदेश देने की कोशिश की कि नीतीश कुमार की सरकार 20 वर्षों से बिहार की प्रगति में बाधक रही है और अब उसे बदलने की आवश्यकता है।
उन्होंने यह भी कहा कि “20 वर्षों के शासन में नीतीश सरकार ने हर गली, हर टोला, हर गांव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन जैसे मुद्दों को बढ़ावा दिया है।” तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार के युवा अब बदलने का मन बना चुके हैं और वे एक नई सरकार की ओर बढ़ रहे हैं, जो विकास, नौकरी और रोजगार के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
डिजिटल प्रचार की बढ़ती अहमियत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में डिजिटल प्रचार की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो गई है। कोरोना काल के बाद, जब चुनावी सभाओं पर प्रतिबंध लगाए गए थे, तब वर्चुअल प्रचार और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ने ही मुख्य भूमिका निभाई थी। अब, जब सभी दलों के पास अधिक डिजिटल संसाधन और तकनीकी उपकरण मौजूद हैं, तो वे अधिक प्रभावी प्रचार की योजना बना रहे हैं।
राजद ने पहले ही डिजिटल प्रचार में कदम बढ़ा दिए हैं और अन्य दलों को कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार है। जदयू और बीजेपी भी इस दिशा में काम कर रही हैं, लेकिन राजद ने AI का इस्तेमाल करके एक नई रणनीति अपनाई है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस नई तकनीक का चुनावी परिणामों पर क्या असर पड़ता है और कौन सी पार्टी इस नए डिजिटल युग में सबसे अधिक सफल होती है।
कार्टून के साथ क्या लिखा है विपक्ष के नेता तेजस्वी ने
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को जो एआई आधारित कार्टून जारी किया, वह आप ऊपर देख चुके हैं। इस कार्टून के साथ तेजस्वी ने अपना संदेश भी लिखा है- “बिहार में 𝟏𝟓 साल पुरानी गाड़ी चलाने की अनुमति नहीं है क्योंकि वो ज़्यादा धुँधा फेंकती है, प्रदूषण बढ़ाती, जनता के लिए हानिकारक है तो फिर 𝐍𝐃𝐀 की 𝟐𝟎 साल पुरानी जोड़-तोड़, पलटा-पलटी वाली खटारा सरकार क्यों चलेगी? 𝟐𝟎 वर्षों की नीतीश सरकार ने विगत 𝟐𝟎 साल में बिहार के हर गली-हर टोला-हर गाँव में गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध और पलायन रूपी भयंकर प्रदूषण फैला दिया है। नीतीश-भाजपा सरकार ने 𝟐𝟎 वर्षों में दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद कर दिया। अब यह सरकार बिहारवासियों पर बोझ बन चुकी है। अब इसे बदलना अति आवश्यक है। बिहार के युवाओं ने ठान लिया है कि अब 𝟐𝟎 साल पुरानी खटारा, जर्जर, बीमार और थकी हुई अविश्वसनीय नीतीश-𝐍𝐃𝐀 सरकार को हटा कर एक नई सोच, नए विज़न, नए जोश और नयी दिशा वाली युवा एवं नौकरी-रोजगार व विकास कार्यों को समर्पित विश्वसनीय जुनूनी सरकार को लाना है तथा नया #बिहार बनाना है।”