उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में गुरुवार की देर रात एक बड़ा उलटफेर हुआ, जब शासन ने 46 आईएएस अधिकारियों के ट्रांसफर किए। यह बदलाव उत्तर प्रदेश सरकार की उच्चस्तरीय प्रशासनिक संरचना में महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाता है। इस बदलाव में कुछ बड़े नाम शामिल हैं और अधिकारियों के दायित्वों में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं।
संजय प्रसाद की वापसी: गृह विभाग का कार्यभार फिर से मिला
इस फेरबदल में एक प्रमुख नाम संजय प्रसाद का है, जिनकी एक बार फिर से गृह विभाग में वापसी हुई है। संजय प्रसाद को पहले गृह विभाग का प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया था, लेकिन चुनावों के दौरान आयोग के निर्देश पर उनका यह कार्यभार वापस ले लिया गया था। अब उन्हें फिर से यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनके गृह विभाग का कार्यभार दीपक कुमार से वापस लिया गया। दीपक कुमार को वित्त और माध्यमिक शिक्षा विभाग का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।
दीपक कुमार को नए दायित्व: वित्त और शिक्षा विभाग
दीपक कुमार, जो पहले अपर मुख्य सचिव गृह के रूप में कार्यरत थे, को अब वित्त, संस्थागत वित्त, बाह्य सहायतित परियोजनाओं, माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है। इसके साथ ही उन्हें गृह गोपन, वीजा, पासपोर्ट, और सतर्कता विभागों से मुक्त कर दिया गया है। यह बदलाव योगी सरकार के प्रशासनिक दृष्टिकोण में महत्वपूर्ण है और राज्य के वित्तीय प्रबंधन और शिक्षा क्षेत्रों में नई दिशा की ओर इशारा करता है।
हरिओम को हुआ बड़ा बदलाव: समाज कल्याण से व्यावसायिक शिक्षा विभाग में भेजा गया
उत्तर प्रदेश सरकार ने समाज कल्याण विभाग के प्रमुख डॉ. हरिओम को एक अन्य विभाग में स्थानांतरित कर दिया है। उन्हें समाज कल्याण विभाग से हटाकर व्यावसायिक शिक्षा विभाग में भेजा गया है। यह तबादला उनके विभागीय मंत्री की नाराजगी के बाद किया गया था। इस बदलाव ने यह स्पष्ट किया है कि सरकार ने विभागीय मंत्री की राय को गंभीरता से लिया है और अधिकारियों के कार्यप्रणाली को सुधारने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
अन्य महत्वपूर्ण फेरबदल और नए दायित्व
- एल वेंकटेश्वरलू: प्रमुख सचिव परिवहन, अध्यक्ष राज्य सड़क परिवहन निगम, महानिदेशक प्रशासन एवं प्रबंधन अकादमी और महानिदेशक दीनदयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान के पदों से हटाकर उन्हें प्रमुख सचिव समाज कल्याण और सैनिक कल्याण, प्रबंध निदेशक यूपीसिडको, निदेशक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान तथा निदेशक छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया।
- राजेश कुमार प्रथम: प्रतीक्षारत से प्रमुख सचिव होमगार्ड नियुक्त किए गए हैं। इससे पहले वह इस पद पर नहीं थे, और अब उन्हें होमगार्ड का अतिरिक्त दायित्व सौंपा गया है।
- आलोक कुमार द्वितीय: प्रमुख सचिव खेलकूद, युवा कल्याण, सूक्ष्म लघु मध्यम उद्यम, निर्यात प्रोत्साहन, हथकरघा, वस्त्र उद्योग, खादं और ग्रामोद्योग, सार्वजनिक उद्यम, प्राविधिक शिक्षा, व्यवसायिक शिक्षा, कौशल विकास मिशन, और उद्यमशीलता विभाग के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। अब उन्हें प्रमुख सचिव अवस्थापना और औद्योगिक विकास तथा एनआरआई विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
- नरेंद्र भूषण: प्रमुख सचिव ऊर्जा और अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के अतिरिक्त पंचायती राज विभाग का दायित्व सौंपा गया है, लेकिन पंचायती राज विभाग के प्रभार से उन्हें मुक्त कर दिया गया है। उन्हें प्राविधिक शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
- वीना कुमारी मीना: प्रमुख सचिव चीनी उद्योग, गन्ना विकास, आबकारी और आयुष विभाग का अतिरिक्त प्रभार वापस ले लिया गया है। उन्हें अब किसी अन्य विभाग का अतिरिक्त दायित्व नहीं सौंपा गया है।
अन्य प्रमुख प्रशासनिक फेरबदल
- प्रकाश बिंदु: उन्हें प्रबंध निदेशक यूपीसिडको, निदेशक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान, तथा निदेशक छत्रपति शाहू जी महाराज शोध एवं प्रशिक्षण संस्थान से हटाकर सचिव लोक निर्माण विभाग नियुक्त किया गया।
- भूपेंद्र एस चौधरी: विशेष सचिव दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग और निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण से सचिव लोक निर्माण विभाग बनाए गए हैं।
- विवेक: विशेष सचिव गृह और कारागार प्रशासन एवं सुधार से सचिव गृह बनाए गए हैं।
- अनुज कुमार झा: निदेशक स्थानीय निकाय और राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन शहरी के पदों पर स्थायी रूप से नियुक्त किए गए हैं।
- माला श्रीवास्तव: निदेशक भूतत्व और खनिकर्म से सचिव भूतत्व और खनिकर्म विभाग के पद पर नियुक्त की गई हैं।
- डा. रूपेश कुमार: महानिरीक्षक से प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादक निगम लिमिटेड और प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कार्पोरेशन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
- वैभव श्रीवास्तव: विशेष सचिव गृह और कारागार प्रशासन एवं सुधार विभाग से सचिव गृह बनाए गए हैं।
- अजीत कुमार: विशेष सचिव कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा से सचिव कृषि विभाग बने हैं।
नए अधिकारियों की नियुक्तियाँ और सुधारात्मक कदम
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस फेरबदल के साथ कई अधिकारियों को नए दायित्व सौंपे हैं। यह बदलाव प्रशासनिक सुधार, विभागीय दक्षता और राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में उठाया गया कदम प्रतीत होता है। इन बदलावों से यह साफ संकेत मिलता है कि सरकार अपने प्रशासनिक तंत्र को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए तत्पर है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन परिवर्तनों को एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा है, जो राज्य में बेहतर प्रशासनिक कार्यों के लिए आवश्यक हैं। साथ ही, इन परिवर्तनों से यह भी साफ है कि सरकार अपने अधिकारियों की कार्यक्षमता और उनके प्रति मंत्री की संतुष्टि को सर्वोपरि मानते हुए इस तरह के फैसले ले रही है।