Ayodhya : अयोध्या में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व है, क्योंकि इसी माह की नवमी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। धर्म नगरी की बड़ी देवकाली मंदिर में भक्त मन की शांति के लिए दर्शन पूजन कर रहे हैं।
बड़ी देवकाली को श्री राम की कुलदेवी माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि भगवान राम के जन्म के बाद माता कैकेयी ने चारों भाइयों को यहां बड़ी देवकाली मंदिर लाई थी और उनका बकायदा विधिवत पूजन अर्चन किया था। साथ ही श्री राम जब वन जाने लगे तब भी यहां पर आकर पूजन अर्चन किया था और माता-पिता से विवाह के बाद अयोध्या वापस आने पर भी कुलदेवी का आशीर्वाद लिया था।
प्रभु राम के पूर्वज ने यहीं पर पूजा आराधना की। बड़ी देवकाली मंदिर के पुजारी धनंजय पाठक के अनुसार, प्रभु राम के पूर्वज ने यहीं पर माता देवकाली की पूजा आराधना की थी, तब से लेकर प्रभु राम के जन्म तक और राजा बनने तक प्रभु राम ने भी यहां पर पूजा आराधना किया था। यहां पर माता काली, माता लक्ष्मी और मां सरस्वती तीनों देवियां विराजमान हैं। नवरात्रि के मौके पर यहां लाखों की संख्या में भक्त आते हैं और दर्शन पूजन कर अपने मन को धन्य करते हैं।
भक्तों का कहना है कि नवरात्रि के मौके पर दर्शन पूजन करने से मन की शांति मिलती है और मन्नतें पूरी होती हैं।