PTI9_2_2018_000116B

आज हरियाणा के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा का जन्म 15 सितंबर 1947 को तत्कालीन पंजाब के रोहतक जिले के सांघी गांव में हुआ था। उनके पिता चौधरी रणबीर सिंह हुड्डा, जो एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे, ने भूपेंद्र सिंह को राजनीतिक और सामाजिक कार्यों की दिशा में प्रेरित किया।

शैक्षिक पृष्ठभूमि और प्रारंभिक राजनीतिक करियर

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गुजरात में पूरी की और बाद में पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ से बी.ए. किया। इसके बाद, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित विधि संकाय से कानून की पढ़ाई की। अपने शैक्षिक जीवन की समाप्ति के बाद, भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत युवा कांग्रेस से की।

संसदीय राजनीति में प्रवेश

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 1991 में पहली बार रोहतक लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य के रूप में अपनी पहचान बनाई। इसके बाद उन्होंने 1996, 1998, और 2004 में भी इस सीट पर जीत हासिल की, जिससे उनकी राजनीतिक स्थिति और मजबूत हुई। उनकी सटीक और प्रभावी राजनीति ने उन्हें हरियाणा की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान दिलाया।

हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) के अध्यक्ष

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 1996 से 2001 तक हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एचपीसीसी) के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। उनके कार्यकाल में कांग्रेस पार्टी की स्थिति को मज़बूती मिली और उन्होंने पार्टी की नीति और योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू किया।

मुख्यमंत्री पद की यात्रा

भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में दो बार सेवा की। पहली बार मार्च 2005 में कांग्रेस की जीत के बाद उन्हें मुख्यमंत्री पद पर आसीन किया गया। उनके नेतृत्व में, कांग्रेस ने 2009 में फिर से विधानसभा चुनाव जीते और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, 2014 में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा का प्रभाव पार्टी में मजबूत बना रहा।

कांग्रेस पार्टी में स्थिति और प्रभाव

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की कांग्रेस पार्टी में स्थिति अति महत्वपूर्ण है। 2019 में लोकसभा चुनाव में हार के बाद, कांग्रेस के 23 दिग्गज नेताओं ने पार्टी में सुधार की मांग की थी। इनमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी शामिल थे। कई नेता पार्टी छोड़कर चले गए, लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कांग्रेस में अपनी प्रभावशाली उपस्थिति बनाए रखी। उनके रुतबे का प्रमाण यह है कि हरियाणा में पार्टी के किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय में पार्टी आलाकमान उनकी सहमति लेता है।

भविष्य की राजनीति

भूपेंद्र सिंह हुड्डा की राजनीतिक धरोहर और उनका योगदान हरियाणा की राजनीति में अमूल्य है। आगामी हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी उनकी छाप देखने को मिलेगी, जहां उनकी भूमिका और उनके द्वारा चयनित उम्मीदवार कांग्रेस की भविष्य की दिशा तय करेंगे।

आज उनके 77वें जन्मदिन पर, हम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को उनकी दीर्घकालिक राजनीति सेवा और समाज के प्रति उनके योगदान के लिए शुभकामनाएं देते हैं। उनकी प्रेरणा और नेतृत्व हरियाणा की राजनीति के महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में सदैव याद किया जाएगा।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *