हरियाणा के रोहतक में सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता की, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा को लेकर हाल ही में वायरल हुए वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी। भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की सम्मानित नेता हैं और कांग्रेस की विचारधारा जात-पात की राजनीति से परे है। उन्होंने इस विवाद के पीछे गहरी साजिश होने की आशंका व्यक्त की।
कुमारी सैलजा के प्रति सम्मान: भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कुमारी सैलजा कांग्रेस की एक महत्वपूर्ण और सम्मानित नेता हैं, जिन्हें पार्टी और उसके समर्थक पूरी तरह से सम्मान देते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी में कोई भी सदस्य ऐसा आचरण नहीं कर सकता जो कुमारी सैलजा की गरिमा को ठेस पहुंचाए।
वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया: वायरल वीडियो में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियाँ थीं जिनके बारे में सवाल किया गया। हुड्डा ने वीडियो की सच्चाई पर संदेह जताया और कहा कि इस तरह की टिप्पणियाँ कांग्रेस के सिद्धांतों के खिलाफ हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस पूरी स्थिति के पीछे एक साजिश हो सकती है, जिसका उद्देश्य कांग्रेस की छवि को खराब करना है।
कांग्रेस की जात-पात की राजनीति से दूरी: हुड्डा ने जोर देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी जात-पात की राजनीति में विश्वास नहीं करती और उसकी विचारधारा हमेशा एकता और समानता पर आधारित रही है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी विवाद को जाति आधारित रंग देने का प्रयास कांग्रेस की राजनीति और सिद्धांतों को समझने में कमी है।
पार्टी में शामिल होने वाले नए सदस्य: प्रेसवार्ता के दौरान हुड्डा ने पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी, भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष विक्रम कादियान, और हांसी से गायत्री के कांग्रेस में शामिल होने की भी घोषणा की। इन नेताओं का कांग्रेस में शामिल होना पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम है, जो आगामी चुनावों के लिए पार्टी की स्थिति को मजबूत कर सकता है।
भूपेंद्र हुड्डा की रणनीति: हुड्डा ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी में नई सदस्यता का स्वागत है और इससे कांग्रेस की स्थिति और ताकत में वृद्धि होगी। उन्होंने भाजपा और अन्य विपक्षी दलों के खिलाफ एकजुटता की अपील की और कांग्रेस की विचारधारा पर विश्वास जताया।
पूर्व विधायक ओमप्रकाश बेरी और विक्रम कादियान की नाराजगी: ओमप्रकाश बेरी और विक्रम कादियान की कांग्रेस में शामिल होने की प्रक्रिया को लेकर कहा गया कि उनके भाजपा से अलग होने की वजह टिकट न मिलना था। अब, कांग्रेस में शामिल होने के बाद, उनके राजनीतिक अनुभव और नेतृत्व क्षमता पार्टी के लिए फायदेमंद हो सकती है।
कांग्रेस की दिशा और नेतृत्व: हुड्डा ने यह भी बताया कि कांग्रेस पार्टी अपने मूल सिद्धांतों पर कायम रहेगी और उसे भटकाने की किसी भी कोशिश को नकारा जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी का ध्यान समाज की समग्र भलाई और विकास पर केंद्रित रहेगा।
भूपेंद्र हुड्डा की इस प्रेसवार्ता ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी अपने सिद्धांतों और सम्मान की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने वायरल वीडियो पर गहरी चिंता व्यक्त की और इसे एक साजिश का हिस्सा मानते हुए पार्टी की एकता और नेतृत्व की पुष्टि की। कांग्रेस के नए सदस्य के加入 ने पार्टी की रणनीति को मजबूत किया है और आगामी चुनावों में उसे एक नई दिशा देने की संभावना बढ़ाई है।
इस प्रेसवार्ता से स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस पार्टी जात-पात की राजनीति से दूर रहकर सभी वर्गों को समान मानती है और पार्टी में किसी भी विवाद या अपमानजनक टिप्पणी को गंभीरता से लेती है। कांग्रेस का उद्देश्य सभी के लिए न्याय और समानता की दिशा में काम करना है, और भूपेंद्र हुड्डा ने इसे सुनिश्चित करने के लिए पार्टी के दृढ़ संकल्प की पुष्टि की है।