8 अप्रैल 2024 को एक अद्भुत संयोग बन रहा है। इस दिन 52 सालों बाद पहला पूर्ण सूर्य ग्रहण पड़ने वाला है। वहीं इसी दिन हिंदू वर्ष के अनुसार आखिरी अमावस्या भी होने वाली है। यह अमावस्या सोमवार को पड़ रही है, इसलिए इसे सोमवती अमावस्या कहा जा रहा है। भगवान शिव के वार सोमवार के दिन पड़ने वाली इसी अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं।
ज्योतिष और तंत्र विद्या के अनुसार चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या हिंदू वर्ष की आखिरी अमावस्या पर काली शक्तियां, पितृ आदि उग्र होते हैं।
इस दिन आप अपनी कुंडली के पितृ दोष, प्रेत दोष और कालसर्प दोष से भी मुक्ति पा सकते हैं।
आइए जानते हैं इन दोषों से मुक्ति पाने के उपाय:-
कालसर्प दोष
राहु और केतु का सवा लाख जप, भगवान शंकर का रुद्राभिषेक, सवा किलो काले तिल अर्पित करना, नाग-नागिन का जोड़ा चढ़ाना, केतु ग्रह का सवा लाख जप, दशांश हवन, भगवान शंकर का रुद्राभिषेक, सवा किलो अश्वगंधा अर्पित करना, सांपों का जोड़ा चढ़ाना
प्रेत दोष
शनि का सवा लाख जप, दशांश हवन, भगवान शंकर का सरसों के तेल के साथ रुद्राभिषेक, राहु या केतु का सवा लाख जप, दशांश हवन, भगवान शिव का रुद्राभिषेक, सवा किलो तिल या अश्वगंधा अर्पित करना, सांप का जोड़ा चढ़ाना, भगवान विष्णु की पूजा, गरुण पुराण का अनुष्ठान
पितृ दोष
नारायण बलि, भगवान विष्णु की पूजा, गरुण पुराण का अनुष्ठान, गंगा स्नान या पवित्र नदी में स्नान, विष्णु भगवान का हवन, भगवान शंकर का हवन, महामृत्युंजय अनुष्ठान, ब्राह्मण भोजन, गरीबों को दान, पितरों के तर्पण के लिए गाय, कुत्ता, कौवा को नैवेद्य