अमृतसर में शुक्रवार देर रात बीएसएफ हेडक्वार्टर के बाहर जोरदार धमाका हुआ, जिससे आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। धमाका बीएसएफ के खासा कैंट क्षेत्र में स्थित गेट नंबर 3 के बाहर हुआ, जो रात करीब 1:30 बजे हुआ था। इस धमाके के बाद, पुलिस और सैन्य अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। हालांकि, शुरुआती जांच के दौरान पुलिस और सेना के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया कि कोई ब्लास्ट हुआ है, लेकिन घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने धमाके की आवाज सुनी थी, जिसके बाद वहां का माहौल तनावपूर्ण हो गया।
दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो गई, जिसमें विदेश में बैठे आतंकी हैप्पी पासियां ने इस धमाके की जिम्मेदारी ली है। पासियां ने एक पोस्ट में लिखा कि गेट नंबर 3 के बाहर जो धमाका हुआ है, उसकी जिम्मेदारी वह और गोपी नवाब शहरियों की ओर से ली गई है। पासियां ने इस हमले के पीछे कारण बताते हुए कहा कि यह धमाका भारत सरकार की ओर से मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने के विरोध में किया गया था।
यह धमाका अमृतसर में पिछले साल हुए लगातार ग्रेनेड हमलों की कड़ी में आता है, जिनमें भी हैप्पी पासियां का नाम सामने आया था। पिछले कुछ समय से आतंकवादी संगठनों के हमले और धमाके पंजाब में बढ़ते जा रहे हैं, जिनके पीछे विदेश में बैठकर पाकिस्तान और अन्य देशों से संचालित आतंकी संगठन हो सकते हैं।
सुरक्षा बलों और पुलिस ने धमाके की जांच तेज कर दी है और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस हमले से पहले भी कई बार मणिपुर और अन्य संवेदनशील मुद्दों को लेकर ऐसे आतंकी हमलों का डर जताया जा चुका था। अब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का मुख्य उद्देश्य इस हमले के पीछे के आतंकियों का पता लगाना और उन्हें पकड़ना है।
अमृतसर के इस धमाके ने एक बार फिर सुरक्षा और कानून-व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। इस घटना के बाद, स्थानीय लोगों में डर का माहौल है और वे जल्द से जल्द इस मामले में ठोस कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।