Amit Shah: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य नक्सलवाद के खतरे को खत्म करने के लिए रणनीति तैयार करना था, खासकर जब कुछ दिन पहले ही छत्तीसगढ़ के जंगलों में सुरक्षा बलों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया था।
नक्सल प्रभावित राज्यों की स्थिति
नक्सलवाद के खतरे से प्रभावित राज्यों में छत्तीसगढ़, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, झारखंड, बिहार, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश शामिल हैं। बैठक में नक्सल विरोधी अभियानों और विकास पहलों की समीक्षा की गई। अधिकारियों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों द्वारा चलाए गए अभियानों में उल्लेखनीय सफलता मिली है।Amit Shah
नक्सली हिंसा में कमी
गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नक्सली हिंसा में 72% की कमी आई है। 2010 की तुलना में 2023 में नक्सली हमलों में मरने वालों की संख्या 86% तक कम हुई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नक्सली अब अपनी अंतिम लड़ाई लड़ रहे हैं।Amit Shah
2026 तक नक्सलवाद का सफाया
गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खतरे को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए प्रभावित राज्यों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।Amit Shah
अभियान की सफलता
2024 में अब तक:
- 230 से अधिक नक्सलवादियों का सफाया किया गया है।
- 723 नक्सलवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
- 812 को गिरफ्तार किया गया है।
- नक्सलवाद से प्रभावित जिलों की संख्या अब केवल 38 रह गई है।
संपर्क और विकास की पहल
राज्यों के सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए सड़क और मोबाइल संपर्क को बढ़ावा दिया जा रहा है:
- नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब तक 14,400 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई गई हैं।
- ऐसे इलाकों में लगभग 6,000 मोबाइल टावर लगाए गए हैं।