Threat to planesThreat to planes

Threat to planes: हाल ही में भारत में विमानों को बम से उड़ाने की झूठी धमकियाँ एक गंभीर चिंता का विषय बन गई हैं। गृह मंत्रालय द्वारा रिपोर्ट मांगे जाने और हवाई अड्डों पर सतर्कता बढ़ाने के साथ ही, ये धमकियाँ न केवल एयरलाइंस को करोड़ों का नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि यह एक बड़ी सुरक्षा चुनौती भी प्रस्तुत कर रही हैं।

पिछले 24 घंटों के भीतर भारतीय विमानन कंपनियों की 30 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। इनमें प्रमुख एयरलाइंस जैसे विस्तारा, एयर इंडिया, इंडिगो, अकासा एयर, स्पाइसजेट, स्टार एयर और एलायंस एयर शामिल थीं। यह घटनाएँ पूरे देश में अफरा-तफरी का कारण बनीं, जिससे यात्रियों में डर और चिंता फैल गई।Threat to planes

झूठी धमकियों के कारण

इन धमकियों के पीछे कई संभावित कारण हो सकते हैं:

  1. सामाजिक तनाव: राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों के कारण लोग अक्सर इस तरह की धमकियाँ देकर ध्यान आकर्षित करने की कोशिश कर सकते हैं।
  2. साइबर अपराध: तकनीकी प्रगति के साथ, साइबर अपराधियों के लिए झूठी धमकियाँ देना एक आसान तरीका बन गया है।
  3. मनोवैज्ञानिक खेल: कुछ लोग समाज में आतंक फैलाने के लिए भी ऐसी धमकियाँ देते हैं, जो कि मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे को भी दर्शाता है।

एयरलाइंस पर प्रभाव

इन झूठी धमकियों का एयरलाइंस पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। कंपनियों को विमानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त उपाय करने पड़ रहे हैं, जिससे उनके संचालन में बाधा आती है।Threat to planes

आर्थिक नुकसान

एक ही दिन में मिली धमकियों के कारण:

  • उड़ानों का रद्द होना: कई उड़ानें रद्द की गईं या देर से चलीं, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
  • सुरक्षा जांच में समय: सुरक्षा जांच में अतिरिक्त समय लगने के कारण, यात्रियों को लंबी कतारों का सामना करना पड़ा।
  • प्रतिष्ठा का नुकसान: एयरलाइंस की प्रतिष्ठा पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है, जो कि लंबे समय में ग्राहकों के विश्वास को कम कर सकता है।

केंद्र सरकार की कार्रवाई

इन बढ़ती धमकियों को देखते हुए, केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय ने विभिन्न राज्यों के पुलिस अधिकारियों से रिपोर्ट मांगी है और हवाई अड्डों पर एहतियातन सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।Threat to planes

सतर्कता बढ़ाने के उपाय

यात्री जागरूकता कार्यक्रम: यात्रियों को जागरूक करने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाए जाएंगे ताकि वे संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट कर सकें।

सुरक्षा कर्मियों की संख्या में वृद्धि: हवाई अड्डों पर सुरक्षा कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी ताकि हर संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके।

सीसीटीवी और तकनीकी निगरानी: हवाई अड्डों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी और तकनीकी निगरानी के उपाय किए जाएंगे।Threat to planes

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