देश के 7वें डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान सौंपा। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आडवाणी के आवास पर पहुंचे। एलके आडवाणी सबसे लंबे वक्त तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे। इससे पहले राष्ट्रपति ने शनिवार को 4 विभूतियों के परिजनों को राष्ट्रपति भवन में भारत रत्न सौंपा था।
इस दौरान राष्ट्रपति भवन में पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ.एमएस स्वामीनाथन को मरणोपरांत भारत रत्न प्रदान किया गया। इन चारों हस्तियों के परिवार के सदस्याें ने राष्ट्रपति के हाथों सम्मान प्राप्त किया। इनके परिवार के सदस्यों ने राष्ट्रपति के हाथों से मेडल और प्रशस्ति पत्र प्राप्त किया।
इस साल पांच लोगों को भारत रत्न देने का ऐलान
सरकार ने इस साल पांच लोगों को भारत रत्न देने की घोषणा की है। पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव, पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर और कृषि वैज्ञानिक डॉ.एमएस स्वामीनाथन और पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी शामिल हैं। इन पांच भारत रत्न सम्मान पाने वालों में से सिर्फ लालकृष्ण आडवाणी ही जीवित हैं, बांकी सभी को मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से विभूषित किया गया।
96 साल के हो चुके हैं आडवाणी, चलने में परेशानी
लालकृष्ण आडवाणी के परिवार के सदस्य शनिवार को समारोह में शामिल नहीं हुए थे, क्योंकि उन्हें घर पर यह सम्मान प्रदान किया जाना था। आडवाणी अब 96 साल के हो चुके हैं और वे अपने आवास पर ही रहते हैं। ज्यादा उम्र होने की वजह से उन्हें चलने फिरने में भी कुछ परेशानी आने लगी है।