बाबा सिद्दीकी की हत्या ने मुंबई में एक बार फिर से कानून-व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया है। यह घटना शनिवार रात को बांद्रा ईस्ट में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर हुई, जब तीन अज्ञात हमलावरों ने उन पर गोलियां चलाईं। इस हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के हाथ होने का दावा किया जा रहा है।
हत्याकांड की जांच में जुटी मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया है कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हैं। पुलिस उनके बयान की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों में करनैल सिंह, जो हरियाणा का रहने वाला है, और धर्मराज कश्यप, जो उत्तर प्रदेश का निवासी है, शामिल हैं। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने यह भी बताया कि वे पिछले 25-30 दिनों से उस इलाके की रेकी कर रहे थे। घटना से पहले, वे ऑटो रिक्शा से वहां पहुंचे और बाबा सिद्दीकी का इंतजार करने लगे। घटना के समय, गोलियां चलने की आवाज को छिपाने के लिए वहां आतिशबाजी चल रही थी, जिससे भीड़ में panicking स्थिति बन गई।
बाबा सिद्दीकी पर फायरिंग उस समय हुई जब छत्रपाल नाम का एक व्यक्ति दुर्गा माता के विसर्जन जुलूस में शामिल था। छत्रपाल ने बताया कि रात करीब 9:30 बजे, जब वह पटाखों की आवाज सुन रहा था, तभी अचानक लोगों की भीड़ भागती हुई आई और बताया कि गोलियां चल रही हैं। यह स्थिति तुरंत तितर-बितर हो गई, जिससे दहशत का माहौल बन गया।
हत्याकांड के तुरंत बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, तीसरे आरोपी की तलाश अभी जारी है। पुलिस का मानना है कि बाबा सिद्दीकी को तीन या चार गोलियां लगी थीं, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट होगा।
मुंबई पुलिस ने इस मामले पर एक प्रेस स्टेटमेंट जारी करने की योजना बनाई है, जिसमें वे आगे की कार्रवाई और जांच के बारे में जानकारी साझा करेंगे।
बाबा सिद्दीकी की पहचान न केवल एक प्रभावशाली नेता के रूप में थी, बल्कि वे बॉलीवुड के कई सितारों के भी करीबी दोस्त थे। उन्होंने बांद्रा (पश्चिम) सीट से तीन बार विधानसभा का चुनाव जीता था और महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया था। उनकी हत्या ने न केवल राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचाया है, बल्कि बॉलीवुड में भी शोक का माहौल पैदा कर दिया है।