जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपीएनआईसी) को लेकर चल रहा विवाद अब तूल पकड़ चुका है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार जेपीएनआईसी सेंटर को बेचना चाहती है और इस प्रक्रिया में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर रही है।
बैरिकेडिंग और पुलिस की कार्रवाई
अखिलेश यादव ने कहा, “सरकार हमें यहां से हटाने के लिए बैरिकेडिंग का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन ये बैरिकेडिंग हमें रोक नहीं पाएगी। पुलिस कब तक यहां रहेगी? जब पुलिस वहां से हटेगी, तब हम माल्यार्पण करने जाएंगे।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वे जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सपा कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर म्यूजियम में माल्यार्पण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
सरकार पर आरोप
अखिलेश ने स्पष्ट रूप से कहा कि यह सरकार विनाशकारी है। “सरकार भेड़िए को पकड़ने की ताकत नहीं जुटा पा रही है, लेकिन वह हमारी गतिविधियों को नियंत्रित करने में अपनी ऊर्जा खर्च कर रही है।” उनका आरोप है कि सरकार कुछ गड़बड़ी छिपाने के लिए सपा कार्यकर्ताओं को सेंटर में जाने से रोक रही है। उन्होंने कहा कि “हम इस मामले की पूरी हकीकत जानने का प्रयास करेंगे।”
कार्यकर्ताओं का उत्साह
इस विवाद के बीच, सपा कार्यकर्ताओं का उत्साह काफी बढ़ा हुआ है। वे अखिलेश यादव के नेतृत्व में सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए एकजुट हो रहे हैं। पार्टी के नेता लगातार इस मुद्दे को उठाकर सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
जेपीएनआईसी सेंटर का महत्व
जेपीएनआईसी सेंटर का महत्व केवल एक सांस्कृतिक स्थल के रूप में नहीं है, बल्कि यह एक ऐतिहासिक धरोहर भी है। यह स्थान जयप्रकाश नारायण की विरासत को समर्पित है, और यहां हर साल उनकी जयंती मनाई जाती है। सपा कार्यकर्ता इसे अपने लिए एक महत्वपूर्ण अवसर मानते हैं, और इसी कारण वे इसे लेकर इतने उत्साहित हैं।