हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों ने राजनीतिक landscape को पूरी तरह से बदलकर रख दिया है। एग्जिट पोल के विपरीत, जहां कांग्रेस को जीत का दावेदार माना जा रहा था, भाजपा अब तक के रुझानों में स्पष्ट बहुमत की ओर बढ़ती दिख रही है। भाजपा ने लगभग 50 सीटों पर बढ़त बनाई है, जो उसके लिए एक महत्वपूर्ण जीत साबित हो सकती है।
चौटाला परिवार, जो C में एक प्रमुख भूमिका निभाता रहा है, इस बार पूरी तरह से नकारा गया है। अभय चौटाला की इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) दोनों के लिए यह चुनाव बेहद चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है। इन दलों के दिग्गज नेता भी अपनी सीटों से पीछे चल रहे हैं, जो दर्शाता है कि हरियाणा की जनता ने उनके प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
अर्जुन सिंह चौटाला, जो सिरसा जिले की रानिया सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, वह अपनी सीट पर कुछ बढ़त बनाते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि, उनके परिवार के अन्य सदस्यों की स्थिति चिंताजनक है। भाजपा के बगावत के कारण निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रणजीत चौटाला भी पिछड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, जो चौटाला परिवार के लिए एक बड़ा झटका है।
HighLights
- पूरे चौटाला परिवार को हरियाणा की जनता ने नकार दिया है।
- केवल रानिया सीट पर आगे चल रही इनेलो।