घटनाक्रम का परिचय
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने श्रीलंका के युवा स्पिनर प्रवीण जयविक्रमा पर सभी प्रकार के क्रिकेट खेलने के लिए एक साल का प्रतिबंध लगाया है। यह कार्रवाई ICC के भ्रष्टाचार रोधी कोड के उल्लंघन के कारण की गई है, जिसमें जयविक्रमा ने 2021 में लंका प्रीमियर लीग (LPL) के दौरान एक खिलाड़ी को फिक्सिंग के लिए प्रभावित करने की पेशकश की थी। यह घटना क्रिकेट की दुनिया में एक गंभीर मुद्दा बन गई है, जिससे खेल की निष्पक्षता पर सवाल उठता है।
प्रतिबंध की वजह
प्रवीण जयविक्रमा पर आईसीसी की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.4.4 के तहत कार्रवाई की गई है, जो अंतरराष्ट्रीय मैचों को फिक्स करने के संबंध में भ्रष्ट पेशकश की रिपोर्ट न करने से जुड़ी है। इस अनुच्छेद के तहत, किसी खिलाड़ी को जब भी फिक्सिंग का कोई प्रस्ताव मिलता है, तो उसे तुरंत इसकी रिपोर्ट करनी होती है। जयविक्रमा ने इस उल्लंघन को स्वीकार कर लिया है, जिसके चलते उन पर एक साल का प्रतिबंध लगाया गया, जिसमें से पिछले छह महीने को निलंबित कर दिया गया है।
करियर का संक्षिप्त विवरण
26 वर्षीय प्रवीण जयविक्रमा ने 2021 में श्रीलंका के लिए सभी प्रारूप में डेब्यू किया। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ अपने डेब्यू टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया, जहां उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था। उस मैच में उन्होंने कुल 11 विकेट चटकाए, जो उनकी प्रतिभा का प्रमाण था। इसके अलावा, उन्होंने अपने करियर में पांच टेस्ट मैचों में 25 विकेट और पांच वनडे मैचों में 5 विकेट लिए हैं। T20 प्रारूप में, उन्होंने पांच मैचों में दो विकेट लिए हैं।
खेल से अनुपस्थिति
जयविक्रमा ने पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हिस्सा नहीं लिया है। उन्होंने जून 2022 में पल्लेकेले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज के बाद से कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला। उनकी अनुपस्थिति ने उनकी स्थिति को चुनौतीपूर्ण बना दिया है, और अब इस नए प्रतिबंध ने उनकी क्रिकेट करियर पर और अधिक असर डाला है।
भ्रष्टाचार का खतरा
क्रिकेट में भ्रष्टाचार एक गंभीर मुद्दा है, जो न केवल खेल की इज्जत को धूमिल करता है, बल्कि खिलाड़ियों और प्रशंसकों के बीच विश्वास को भी कमजोर करता है। ICC ने अपने भ्रष्टाचार रोधी कोड को लागू करने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि खेल की स्वच्छता को सुनिश्चित किया जा सके। प्रवीण जयविक्रमा का मामला इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे खिलाड़ियों को इन मुद्दों के प्रति जागरूक होना आवश्यक है।