Haryana Assembly Election: हरियाणा में विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रथ यात्रा, जो अंबाला से शुरू होगी, कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति साबित हो सकती है। इस यात्रा का उद्देश्य न केवल कांग्रेस के मजबूत क्षेत्रों को साधना है, बल्कि बीजेपी के गढ़ में भी सेंध लगाना है।
रथ यात्रा की योजना राहुल और प्रियंका गांधी की यात्रा 50 विधानसभा सीटों को कवर करने के इरादे से बनाई गई है। यात्रा का आगाज अंबाला के नारायणगढ़ से होगा, जहाँ से वह यमुनानगर और कुरुक्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में जनसभाएँ करेंगे। इस दौरान, उनका लक्ष्य जीटी बेल्ट के इलाके में अपने समर्थन को बढ़ाना है, जहाँ बीजेपी की मजबूत पकड़ है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि हरियाणा की जीटी बेल्ट में बीजेपी ने 2014 और 2019 में अपनी जीत दर्ज की थी, और यहाँ कुल 27 विधानसभा सीटें आती हैं। बीजेपी के पास इनमें से 14 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास केवल 9 सीटें हैं। इस स्थिति को बदलने के लिए राहुल और प्रियंका की यात्रा महत्वपूर्ण मानी जा रही है।Haryana Assembly Election
महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों पर ध्यान रथ यात्रा के दौरान राहुल गांधी की जनसभाएँ खासकर उन सीटों पर केंद्रित होंगी, जहाँ कांग्रेस का प्रदर्शन कमजोर रहा है। लाडवा, मुलाना, और शाहबाद जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहाँ बीजेपी के खिलाफ कांग्रेस को मजबूती से उतरना है।
सामाजिक समीकरण हरियाणा में जाट, अहिरवाल और अन्य जातियों के बीच राजनीतिक समीकरण बहुत महत्वपूर्ण हैं। कांग्रेस ने जाटलैंड में अपनी मजबूती को देखते हुए, वहाँ पर ज्यादा फोकस किया है। साथ ही, बीजेपी और जेजेपी की स्थिति पर नजर रखी जा रही है।Haryana Assembly Election
भविष्य की रणनीति कांग्रेस की रणनीति में यात्रा के दौरान कार्यकर्ताओं के उत्साह को बढ़ाना, पार्टी के प्रति निष्ठा को मजबूत करना और बीजेपी के खिलाफ एक प्रभावी चुनौती पेश करना शामिल है। यात्रा के दौरान भूपेंद्र हुड्डा, कुमारी सैलजा, और अन्य दिग्गज नेता भी उपस्थित रहेंगे, जो कांग्रेस के लिए एक मजबूत मोर्चा तैयार करने में सहायक होंगे।Haryana Assembly Election