कुमारी सैलजा, कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री, हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक विवादित वीडियो के कारण नाराज हैं। इस वीडियो में उनके प्रति अपशब्द कहे गए थे, जिसके बाद भाजपा ने इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश की। भाजपा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने इसे दलित बहन का अपमान बताते हुए सैलजा को भाजपा में शामिल होने का न्योता दिया।
इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए, कांग्रेस हाईकमान ने कुमारी सैलजा को मनाने की कवायद शुरू की है। पार्टी ने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को स्पष्ट संदेश भेजा है कि चुनावी रणनीतियों में वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी नहीं की जा सकती। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी हुड्डा से इस मुद्दे पर चर्चा की है।
आगामी दिनों में, यह संभावना जताई जा रही है कि कुमारी सैलजा राहुल या प्रियंका गांधी के चुनावी कार्यक्रमों में शामिल हो सकती हैं। हालांकि, मल्लिकार्जुन खरगे की जनसभाओं में उनकी उपस्थिति पर संदेह बना हुआ है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यदि सैलजा को जल्द नहीं मनाया गया, तो इसका पार्टी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
कुमारी सैलजा इस समय दिल्ली में हैं और अपने क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान दे रही हैं। उन्होंने हरियाणा चुनाव से संबंधित मुद्दों पर सोशल मीडिया से दूरी बना ली है। पार्टी ने जानकारी दी है कि यदि सैलजा को जल्दी मनाने की प्रक्रिया सफल नहीं होती, तो इससे पार्टी की छवि को नुकसान हो सकता है।