नेता विपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रमुख तेजस्वी यादव ने सोमवार को मुजफ्फरपुर जिले में दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की। इस दौरे के दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं और जनता से सीधी बातचीत की और बिहार की मौजूदा राजनीतिक और सामाजिक स्थितियों पर विस्तृत चर्चा की। अपने संबोधन में, तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर तीखा हमला किया।
दौरे की मुख्य बातें:
- दौरे की शुरुआत और उद्देश्य: तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में अपने दौरे की शुरुआत करते हुए कहा कि वह मिथिलांचल के बाद अब तिरहुत क्षेत्र के मुजफ्फरपुर जिले में पहुंचे हैं। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य राजद के कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुनना और उनके समाधान के लिए योजना बनाना है। उन्होंने कहा कि वह दो दिनों तक मुजफ्फरपुर में रहेंगे और क्षेत्र की समस्याओं का गहराई से अध्ययन करेंगे।
- बिहार में अपराध की स्थिति: तेजस्वी यादव ने बिहार में अपराध की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अपराधी सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुके हैं और बिहार सरकार का इकबाल समाप्त हो चुका है। उनका आरोप था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार की वर्तमान स्थिति को न तो सुन पा रहे हैं और न ही देख पा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार अब अपने खुफिया विभाग के जरिए उनकी निगरानी करवा रहे हैं, और दरभंगा में उनके कार्यक्रम में बाधा डाली गई थी।
- भाजपा और डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा पर हमला: तेजस्वी यादव ने भाजपा पर भी हमला किया, विशेषकर डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के विदेश दौरे को लेकर। उन्होंने कहा कि विजय कुमार सिन्हा सत्ता में रहते हुए विदेश यात्रा करते हैं और सत्ता से बाहर आते ही जनता और कार्यकर्ताओं से संवाद करने की बातें करते हैं। तेजस्वी ने कहा कि उनके पासपोर्ट को जब्त कर लिया गया है, इसलिए विदेश जाना संभव नहीं है। उन्होंने भाजपा के नेताओं पर आरोप लगाया कि वे पहले अपनी स्थिति को देखें और फिर महात्मा गांधी और शराबबंदी पर टिप्पणी करें।
- प्रशांत किशोर पर तीखा हमला: तेजस्वी यादव ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर भी कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर बिहार में शराबबंदी को एक घंटे में खत्म करने की बात करते हैं, लेकिन उन्हें पहले महात्मा गांधी की तस्वीर को हटाना चाहिए। तेजस्वी ने कहा कि गांधी जी शराबबंदी के पक्षधर थे, और प्रशांत किशोर को गांधी जी के विचारों का सम्मान करना चाहिए। इस बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि तेजस्वी यादव प्रशांत किशोर की शराबबंदी की नीतियों को लेकर असहमत हैं और उन्हें समाज में भ्रम फैलाने का दोषी मानते हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना: तेजस्वी यादव ने पीएम मोदी की बिहार के प्रति मानसिकता पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बिहार के विकास और विशेष राज्य के दर्जे की बात करते हैं, लेकिन हकीकत यह है कि उनकी मानसिकता बिहार के विरोधी है। उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी देश की महंगाई की समस्या की बजाय पाकिस्तान, बांग्लादेश और कश्मीर की बात करते हैं। बिहार की समस्याओं पर उनका ध्यान नहीं है, जिससे आम आदमी की परेशानियों को हल करने में विफलता दिखती है।
- सर्वेक्षण और भ्रष्टाचार: तेजस्वी यादव ने बिहार में हो रहे सर्वेक्षणों की आलोचना की और कहा कि इन्हें सरल और सुगम बनाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में लूट और भ्रष्टाचार बढ़ गया है और सीएम नीतीश इस समस्या को हल करने में पूरी तरह विफल रहे हैं।
तेजस्वी यादव का मुजफ्फरपुर दौरा और उनके द्वारा किए गए बयान बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाते हैं। उन्होंने सीएम नीतीश कुमार, पीएम नरेंद्र मोदी और प्रशांत किशोर पर तीखे आरोप लगाए और बिहार की मौजूदा समस्याओं को उजागर करने की कोशिश की। उनके बयान और टिप्पणियाँ आगामी चुनावों के लिए एक नई दिशा की ओर संकेत कर रही हैं। बिहार में तेजी से बदलते राजनीतिक परिदृश्य के बीच तेजस्वी यादव का यह दौरा और उनकी टिप्पणियाँ यह स्पष्ट करती हैं कि राजद आने वाले चुनावों में अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।