Haryana election : वादों की झड़ी लगेगी, घोषणापत्र को अंतिम रूप देने में जुटे दल… प्रमुख घोषणाएं हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की तैयारी चरम पर है, और राजनीतिक दल अपने-अपने घोषणापत्र को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। आगामी चुनाव में हर पार्टी ने विशेष वादों की झड़ी लगाने की योजना बनाई है, जिससे हर वर्ग को लुभाया जा सके। किसानों, महिलाओं और युवाओं को मुख्य लक्षित समूह बनाकर, पार्टियाँ अपनी रणनीति तैयार कर रही हैं। आइए, विस्तार से जानते हैं कि प्रमुख दल अपने घोषणापत्र में क्या प्रमुख वादे कर रहे हैं और इन वादों का राजनीतिक परिदृश्य पर क्या असर हो सकता है।
1. कांग्रेस पार्टी
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में विभिन्न वर्गों को आकर्षित करने के लिए कई महत्वपूर्ण वादे किए हैं:
- पुरानी पेंशन स्कीम (OPS): पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने घोषणा की है कि कांग्रेस सत्ता में आने पर पुरानी पेंशन योजना (OPS) को फिर से लागू किया जाएगा, जो सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बड़ा राहत पैकेज होगा।
- महिला सस्ते सिलिंडर: महिलाओं के लिए 500 रुपये में सिलिंडर उपलब्ध कराने का वादा किया गया है, जो घरेलू खर्चों को कम करने में सहायक होगा।
- नौकरियां और पेंशन: कांग्रेस ने एक साल के भीतर मेरिट के आधार पर एक लाख नौकरियां देने और बुढ़ापे की पेंशन को 5,500 रुपये प्रति माह करने का वादा किया है।
- घोषणापत्र कमेटी: कांग्रेस की घोषणापत्र कमेटी की अध्यक्ष गीता भुक्कल ने इन वादों को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।हरियाणा चुनावHaryana election
2. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)
भाजपा पिछले दस साल से सत्ता में है और अपने विकास कार्यों और योजनाओं के आधार पर वोट मांग रही है:
- बीपीएल परिवारों के लिए योजनाएं: भाजपा का घोषणापत्र 1.80 लाख रुपये से कम आय वाले परिवारों के लिए कई बड़े वादे कर सकता है। यह वादे किसानों, व्यापारियों, मजदूरों और पिछड़ों के लिए विशेष योजनाओं को शामिल कर सकते हैं।
- उन्नति और मेरिट: पार्टी विकास कार्यों और मेरिट पर आधारित नौकरियों के वादे करती आ रही है, जो इस बार भी जारी रहेंगे।
- घोषणापत्र तैयार करना: भाजपा के हाईकमान द्वारा घोषणापत्र तैयार किया जा रहा है, जो अगले सप्ताह तक जनता के सामने पेश किया जा सकता है।Haryana election
3. इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा)
इनेलो और बसपा ने भी अपने घोषणापत्र में किसानों और दलितों को साधने की योजना बनाई है:
- बुढ़ापा पेंशन और बेरोजगारी भत्ता: इनेलो-बसपा ने 7,500 रुपये की बुढ़ापे की पेंशन और 21 हजार रुपये का बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया है।
- ताऊ देवीलाल आवास योजना: एससी परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट देने की योजना है, जो दलित समुदाय के लिए एक बड़ा लाभ होगा।
- स्वामीनाथन रिपोर्ट: किसानों के लिए स्वामीनाथन रिपोर्ट की सभी सिफारिशों को लागू करने का वादा भी किया गया है।Haryana election
4. आम आदमी पार्टी (आप)
आम आदमी पार्टी ने पहले ही अपने घोषणापत्र की कुछ प्रमुख गारंटियां दी हैं:
- मुफ्त और अच्छी शिक्षा: हरियाणा में मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की गारंटी दी गई है।
- स्वास्थ्य और बिजली: मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं और मुफ्त बिजली की सुविधा का वादा किया गया है।
- महिलाओं को आर्थिक सहायता: 18 साल से ऊपर की हर महिला को 1,000 रुपये देने का वादा है।
- रोजगार: हर युवा को रोजगार देने की गारंटी भी आम आदमी पार्टी ने दी है, और इसका उदाहरण पंजाब और दिल्ली के सफल मॉडलों से पेश किया जा रहा है।Haryana election
5.(Haryana election) गठबंधन का सीएमपी (कॉमन मिनिमम प्रोग्राम)
पिछले चुनावों में भाजपा और जजपा ने अलग-अलग घोषणापत्र जारी किए थे। गठबंधन के बाद एक संयुक्त सीएमपी बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह अब तक जारी नहीं हो पाया है। साढ़े चार साल के कार्यकाल के बाद गठबंधन टूट गया, जिससे सीएमपी का कार्यान्वयन भी प्रभावित हुआ।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में वादों की झड़ी लगने वाली है, और विभिन्न दलों ने घोषणापत्र को अंतिम रूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इन वादों के आधार पर पार्टियाँ चुनावी रण में उतरेंगी और जनता के वोट हासिल करने की कोशिश करेंगी। घोषणापत्र के इन वादों के जरिए दलों का उद्देश्य हर वर्ग को अपनी ओर आकर्षित करना है, जिससे चुनावी माहौल और परिणाम पर महत्वपूर्ण असर पड़ेगा।Haryana election
