कैथल में आम आदमी पार्टी (आप) के जिलाध्यक्ष और पूर्व सरपंच एसोसिएशन के अध्यक्ष गज्जन सिंह गोबिंदपुरा ने पार्टी छोड़ दी है और कांग्रेस का दामन थाम लिया है। गज्जन सिंह ने पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सुशील गुप्ता को एक लिखित इस्तीफा भेजा, जिसमें उन्होंने लोकसभा चुनाव में अनदेखी का आरोप लगाया है।
मुख्य बिंदु:
- लोकसभा चुनाव में अनदेखी का आरोप: गज्जन सिंह ने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के दौरान जिन लोगों ने पार्टी के लिए अच्छे वोट दिलवाए, उन पर ही हार का आरोप लगाया गया। इस प्रकार की अनदेखी और आरोपों से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का निर्णय लिया।
- कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा: गज्जन सिंह ने कांग्रेसी सांसद रणदीप सुरजेवाला के सानिध्य में कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि वह जल्द ही कांग्रेस पार्टी में पूरी तरह से शामिल होंगे और सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
- पार्टी में पद की जिम्मेदारी: आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले गज्जन सिंह को पार्टी का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया था। इससे पहले, वह कैथल सरपंच एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष रह चुके हैं।
- इस्तीफे का पत्र: गज्जन सिंह ने अपने इस्तीफा पत्र में लिखा है कि उन्होंने पार्टी को जो सम्मान और जिम्मेदारी दी गई, उसे अपनी पूरी निष्ठा से निभाने की कोशिश की। लेकिन अब वह अपनी स्वयं की इच्छा से पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
गज्जन सिंह का इस्तीफा आम आदमी पार्टी के भीतर असंतोष और बगावत की लहर को दर्शाता है। यह घटनाक्रम पार्टी के अन्य सदस्यों और समर्थकों के बीच भी चर्चा का विषय बन गया है, और इससे राजनीतिक परिदृश्य में नई दिशा और अस्थिरता का संकेत मिल सकता है।