बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत की आगामी फिल्म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट प्राप्त हुआ है, लेकिन इसके लिए फिल्म के निर्माताओं को कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने होंगे। सेंसर बोर्ड ने फिल्म में तीन सीन को हटाने और 10 अन्य बदलाव करने की सिफारिश की है।
सेंसर बोर्ड की निर्देश:
- तीन सीन को हटाना: फिल्म के कुछ दृश्यों को लेकर सेंसर बोर्ड ने आपत्तियां जताई हैं। इन आपत्तिजनक दृश्यों को फिल्म से हटा देने का निर्देश दिया गया है। हालांकि, ये सीन कौन-कौन से हैं, इस बारे में फिलहाल विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है।
- 10 बदलाव: इसके अतिरिक्त, फिल्म में 10 अन्य बदलाव करने की आवश्यकता बताई गई है। इन बदलावों में संवाद में संशोधन, दृश्य संपादन, और कुछ पात्रों की भूमिकाओं में बदलाव शामिल हो सकते हैं। सेंसर बोर्ड ने इन बदलावों को फिल्म की स्वीकृति के लिए अनिवार्य किया है।
‘इमरजेंसी’ फिल्म भारतीय राजनीति के एक संवेदनशील और ऐतिहासिक समय, 1975 के आपातकाल के दौर पर आधारित है। कंगना रनौत ने इस फिल्म में इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, और फिल्म का विषय काफी विवादित और संवेदनशील माना जाता है। फिल्म की विषयवस्तु और चित्रण के कारण इसे लेकर विवाद और चर्चाएं उठीं हैं।
फिल्म के निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड के निर्देशों का स्वागत किया है और आवश्यक बदलाव करने की तैयारी में हैं। उन्होंने कहा है कि वे बोर्ड की सिफारिशों का पालन करेंगे और फिल्म को तय समय पर रिलीज करने की योजना में हैं।
फिल्म ‘इमरजेंसी’ की रिलीज की तारीख को लेकर भी चर्चा चल रही है। सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए बदलाव किए जाने के बाद, फिल्म की नई रिलीज तारीख की घोषणा की जाएगी। फिल्म की रिलीज की तारीख और इसके प्रमोशनल इवेंट्स की जानकारी भी जल्द ही साझा की जाएगी।
‘इमरजेंसी’ के रिलीज के बाद इसके सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव पर भी निगरानी रखी जाएगी। यह फिल्म दर्शकों को भारतीय राजनीति के उस दौर के बारे में एक दृष्टिकोण प्रदान करेगी और इसके साथ ही राजनीतिक और सामाजिक विमर्श को भी प्रोत्साहित कर सकती है।