पूर्व लोकसभा सांसद और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता बृजभूषण शरण सिंह ने रविवार को पूर्व हरियाणा मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके परिवार की तुलना महाभारत के पांडवों से की। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पांडवों को देश द्वारा माफ नहीं किया गया था, उसी प्रकार से हुड्डा परिवार को भी भविष्य में माफ नहीं किया जाएगा।
संसद में दिए गए विवादित बयान का सार:
बृजभूषण शरण सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “महाभारत में द्रौपदी का खेल में हार जाना और पांडवों का पराजित होना, आज भी देश के लोगों को याद है। पांडवों को इस पराजय के लिए माफ नहीं किया गया। उसी तरह, हुड्डा परिवार द्वारा हमारी बहनों और बेटियों की गरिमा से समझौता करने की वजह से उन्हें भी भविष्य में माफ नहीं किया जाएगा। वे हमेशा इसके लिए दोषी माने जाएंगे।”
उन्होंने कहा, “विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया का कांग्रेस में शामिल होना यह दिखाता है कि उनके खिलाफ चल रहे प्रदर्शन एक बड़ी साजिश का हिस्सा थे। इस साजिश के पीछे भूपेंद्र सिंह हुड्डा का हाथ है।
प्रतिक्रियाएँ और विवाद:
बृजभूषण शरण सिंह के इस बयान पर राजनीति और मीडिया में हलचल मच गई है। उनकी टिप्पणी ने हरियाणा की राजनीति में एक नई बहस को जन्म दिया है। विपक्षी दलों ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है और इसे अत्यधिक विवादास्पद करार दिया है। उनका कहना है कि बृजभूषण शरण सिंह ने एक राजनीतिक विवाद को धार्मिक और ऐतिहासिक संदर्भों में डालकर उसे और अधिक संवेदनशील बना दिया है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा की प्रतिक्रिया:
भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके समर्थकों ने बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे असंसदीय और अपमानजनक करार दिया है। हुड्डा ने कहा कि ऐसे बयान केवल समाज को विभाजित करने का काम करते हैं और उन्हें उचित जवाब दिया जाएगा।
इस बयान के बाद राजनीतिक सरगर्मियाँ बढ़ गई हैं और आगामी चुनावों के संदर्भ में यह मुद्दा महत्वपूर्ण बन सकता है। बृजभूषण शरण सिंह के बयान के बाद, यह देखने की बात होगी कि इस मुद्दे पर राजनीतिक दल और सामाजिक संगठन किस प्रकार की प्रतिक्रिया देते हैं और इसका चुनावी परिदृश्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।