हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा उम्मीदवारों की एक नई सूची वायरल हो गई है। इस लिस्ट में कुल 30 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जिनमें हिसार और पानीपत क्षेत्रों के प्रमुख कैंडिडेट्स के नाम भी शामिल हैं। इसके अलावा, इस सूची में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला के बेटे सिद्धार्थ सुरजेवाला का भी नाम शामिल है, जो पार्टी की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरेंगे।
पार्टी द्वारा जारी की गई सूची:
पहले ही कांग्रेस ने 32 उम्मीदवारों की एक सूची जारी की थी, जो पार्टी के अंदरूनी राजनीति और चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा में रही थी। अब वायरल हुई नई लिस्ट में शामिल प्रमुख उम्मीदवारों की जानकारी निम्नलिखित है:
- सिद्धार्थ सुरजेवाला: हरियाणा के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला के बेटे, जो पहली बार चुनावी मैदान में उतरेंगे। सिद्धार्थ सुरजेवाला का नाम हिसार सीट के लिए प्रस्तावित किया गया है।
- अनिल कुमार: पानीपत से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में नामित किए गए हैं।
- मायावती देवी: भिवानी से संभावित उम्मीदवार, जिन्होंने अपने क्षेत्र में काफी सक्रियता दिखाई है।
- राजेश यादव: गुड़गांव से टिकट के लिए प्रस्तावित नाम, जो स्थानीय मुद्दों पर काम कर रहे हैं।
नई सूची के बारे में विवरण:
वायरल हुई इस नई लिस्ट के बारे में कांग्रेस के पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि यह सूची अभी अंतिम रूप में नहीं है और इसमें कुछ बदलाव हो सकते हैं। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सूची पार्टी की चुनावी रणनीति का हिस्सा है और अंतिम सूची जल्द ही आधिकारिक रूप से जारी की जाएगी।
पार्टी की रणनीति और प्रतिक्रिया:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने इस सूची के बारे में मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी सभी उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि इस सूची में शामिल किए गए नामों पर विचार-विमर्श जारी है और किसी भी अंतिम निर्णय से पहले सभी संभावित उम्मीदवारों से चर्चा की जाएगी।
आगे की प्रक्रिया:
अब जबकि यह नई सूची सार्वजनिक हो गई है, उम्मीदवारों की जमीनी स्थिति और पार्टी के भीतर उनके समर्थन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इसके साथ ही, कांग्रेस की रणनीति और आगामी चुनावी तैयारी को लेकर और अधिक स्पष्टता आने की उम्मीद है।
इस वायरल लिस्ट की जानकारी के चलते, हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं और सभी प्रमुख दलों की नजरें इस पर टिकी हुई हैं।