गुजरात के राजकोट शहर में शनिवार शाम को टीआरपी गेमिंग जोन में भीषण आग लगने से 27 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 9 बच्चे भी शामिल हैं। इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं।
सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि आग गेमिंग जोन के अंदर रखे गए डीजल और पेट्रोल के कारण तेजी से फैली।
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम द्वारा आग लगने के कारणों की गहन जांच की जा रही है।
इस हादसे के बाद मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मृतकों के परिवारों को 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
यह हादसा गुजरात में पिछले कुछ महीनों में हुए हादसों की कड़ी में एक और हादसा है। मई 2019 में तक्षशिला कांड में 22 छात्रों की मौत हो गई थी, अक्टूबर 2022 में मोरबी में झूलता पुल टूटने से 140 लोग मारे गए थे, जनवरी 2024 में वडोदरा में हरनी दुर्घटना में 14 लोग मारे गए थे।
इस हादसे ने एक बार फिर सार्वजनिक सुरक्षा और निर्माण कार्य में लापरवाही के मुद्दे को उजागर कर दिया है। सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए SIT का गठन किया है और उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।
यह हादसा पूरे देश को हिलाकर रख देने वाला है और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की जा रही है।