चारधाम यात्रा के दौरान भीड़ नियंत्रित करने को प्रदेश सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सचिवालय में अफसरों को रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही चारधाम यात्रा की अनुमति देने के निर्देश दिए. इस क्रम में बिना पंजीकरण यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं और ऐसा कराने वाले टूर ऑपरेटरों के खिलाफ सख्ती की गई है.
शुक्रवार को बिना पंजीकरण केदारनाथ जा रहे 260 यात्री वाहनों को रुद्रप्रयाग में रोका गया. वहीं फर्जी पंजीकरण मामले में हरिद्वार के दो टूर ऑपरेटरों के खिलाफ उत्तरकाशी में केस दर्ज किया गया.
इस बीच, फर्जी पंजीकरण से दर्शन के लिए पहुंचने के भी कई मामले सामने आए हैं. शुक्रवार को गंगोत्री जा रही दो बसों में बैठे 88 यात्रियों की पंजीकरण तिथि गलत पाई गई. पंजीकरण सेंटर हीना में चेकिंग के दौरान इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ. सरकार सुरक्षित-सुव्यवस्थित चारधाम यात्रा के लिए प्रतिबद्ध है. हालांकि व्यवस्था के लिहाज से यात्रा का शुरुआती समय हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है, फिर भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं को सर्वोपरि रखकर प्रबंध किए गए हैं. इसी क्रम में रजिस्ट्रेशन के अनुसार यात्रा की अनुमति देने के निर्देश दिए गए हैं.