दिल्ली में प्रधानमंत्री के सरकारी आवास पर राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर हुए कथित हमले को लेकर अहम तथ्य सामने आए हैं। आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को स्वाति मालीवाल घटना की जानकारी है और इस संबंध में सख्त कार्रवाई की जाएगी.
संजय सिंह ने कहा कि स्वाति मालीवाल सोमवार को सीएम केजरीवाल से मिलने पहुंचीं. वह लिविंग रूम में इंतजार कर रहा थीं। बाद में विभव कुमार वहां पहुंचते हैं और स्वाति मालीवाल के साथ दुर्व्यवहार करते हैं।
इससे पहले सोमवार को दिल्ली पुलिस ने बताया था कि स्वाति मालीवाल सिविल लाइन्स थाने आई थीं और सीएम हाउस में मुख्यमंत्री केजरीवाल के पर्सनल स्टाफ के एक सदस्य पर मारपीट का आरोप लगाया था.
हालांकि, स्वाति मालीवाल ने अब तक इस मामले में लिखित शिकायत नहीं की है. पुलिस का कहना है कि शिकायत के बाद ही मामले की जांच आगे बढ़ेगी.
बहरहाल, इस पूरे मामले के केंद्र में विभव कुमार हैं, जिनपर स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट करने का आरोप है. विभव कुमार को अरविंद केजरीवाल का करीबी माना जाता है. दिल्ली के कथित शराब घोटाले में गिरफ्तार हुए केजरीवाल जब तिहाड़ जेल में बंद थे, तब उन्होंने जेल प्रशासन को उन 6 लोगों की लिस्ट दी थी, जिनसे वो मिलना चाहते थे. इस लिस्ट में विभव कुमार का नाम भी था.
कौन हैं विभव कुमार?
विभव कुमार और अरविंद केजरीवाल की दोस्ती कई साल पुरानी है. द प्रिंट की एक रिपोर्ट बताती है कि विभव कुमार और अरविंद केजरीवाल कई सालों से साथ काम कर रहे हैं. विभव वीडियो जर्नलिस्ट थे.
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘इंडिया अगेन्स्ट करप्शन’ एक मैग्जीन निकालती थी. इस मैग्जीन के लिए विभव ही वीडियो एडिट किया करते थे. इंडिया अगेन्स्ट करप्शन वही संस्था है, जिसने 2011 में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया था.
समय के साथ दोनों की दोस्ती और गहरी होती चली गई. बताया जाता है कि केजरीवाल का डेली रूटीन भी विभव कुमार ही डिसाइड करते हैं. विभव कुमार को केजरीवाल का ‘राइट हैंड’ माना जाता है.
बताया जाता है कि 2014 के लोकसभा चुनाव के वक्त केजरीवाल जब पंजाब जा रहे थे, तब उनके दांत में दर्द उठा. तब कुमार ने ही तुरंत उनके लिए खाने की व्यवस्था की, ताकि वो दवा ले सकें.
अरविंद केजरीवाल के पीए विभव कुमार अक्सर चर्चा में बने रहते हैं. पिछले महीने ही विजिलांस डिपार्टमेंट ने उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया था.
विभव कुमार को 2015 में अरविंद केजरीवाल का पर्सनल सेक्रेटरी (पीएस) नियुक्त किया गया था. 2020 में आम आदमी पार्टी की दोबारा सरकार बनने के बाद उन्हें फिर इस पद पर नियुक्त किया गया.
दरअसल, विभव कुमार के खिलाफ एक क्रिमिनल केस चल रहा है. नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी में काम करने वाले महेश पाल ने 2007 में विभव कुमार के खिलाफ गाली और धमकी देने का केस दर्ज कराया था. विजिलांस डिपार्टमेंट ने पिछले महीने उन्हें बर्खास्त करते हुए कहा था कि उनकी नियुक्ति से पहले उनपर दर्ज क्रिमिनल केस की जांच नहीं की गई थी.
इससे पहले 8 अप्रैल को ईडी ने कथित शराब घोटाला मामले में भी उनसे पूछताछ की थी. मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत उनका बयान भी दर्ज किया गया था.
विभव कुमार अपने सरकारी बंगले को लेकर भी चर्चा में रहे हैं. पिछले साल विजिलांस डिपार्टमेंट ने पीडब्ल्यूडी को कुमार के टाइप-6 बंगले का अलॉटमेंट रद्द करने का आदेश दिया था. दावा किया गया था कि नियमों का उल्लंघन कर उन्हें ये बंगला अलॉट किया गया है.
ये बंगला दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में है. मार्च 2021 में ये बंगला विभव कुमार को अलॉट किया गया था.
छह महीने पहले पीडब्ल्यूडी ने बंगले का अलॉटमेंट कैंसिल करने का नोटिस जारी किया था. हालांकि, उन्होंने बंगला खाली नहीं किया था. पिछले महीने जब विजिलांस डिपार्टमेंट ने उन्हें बर्खास्त किया तो पीडब्ल्यूडी ने महीनेभर के भीतर बंगला खाली करने को कहा था.