तमिलनाडु के शिवकाशी में गुरुवार को एक पटाखा फैक्टरी में विस्फोट में पांच महिलाओं सहित 8 मजदूरों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य घायल हो गए. यह घटना भारत के पटाखा केंद्र के रूप में प्रसिद्ध शिवकाशी शहर में सामने आई. जब विरुधुनगर जिले में शिवकाशी के पास सेंगामालापट्टी में स्थित एक निजी पटाखा फैक्टरी में आग लग गई. पुलिस और दमकल सेवा कर्मी बचाव अभियान शुरू करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को सरकारी अस्पताल पहुंचाया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है.

मीडिया रिपोर्टों से पता चलता है कि विस्फोट के समय पटाखा फैक्टरी में लगभग 10 कर्मचारी मौजूद थे. गौरतलब है कि फरवरी में विरुधुनगर जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट में चार महिलाओं सहित 10 लोगों की मौत हो गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तब इन मौतों पर शोक जताया था. हर मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाने की घोषणा की गई थी.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस घटना पर शोक जताते हुए जिला अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को उचित चिकित्सा देखभाल प्रदान करें और घायलों की जिंदगी बचाएं. पुलिस ने बताया कि सात कमरे जहां पटाखे रखे हुए थे, पूरी तरह जल गए. इस पटाखा फैक्टरी के पास लाइसेंस है. मुख्यमंत्री स्टालिन ने विस्फोट में पांच महिलाओं और तीन पुरुषों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि दुर्घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने जिला कलेक्टर को तुरंत बचाव अभियान शुरू करने का निर्देश दिया.

स्टालिन ने कहा कि यह पता चला है कि 10 से अधिक लोग घायल हुए हैं और उन्हें इलाज की जरूरत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार चुनाव आयोग से उचित सहमति हासिल करने के बाद प्रभावित परिवारों को राहत देगी, क्योंकि आदर्श आचार संहिता 4 जून तक लागू है. उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति जताई है.

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