इस हमले में कई लोगों के मारे जाने की खबर हैं, वहीं करीब 20 लोग घायल हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात कर जरूरी कदम उठाने को कहा है।
हमले के तुरंत बाद सामने आए वीडियो में एक महिला रोते हुए कहती है, “मैं और मेरे पति यहां पर बैठकर भेल खा रहे थे। इस बीच आतंकी आते हैं और कहते हैं, ‘ये मुस्लिम नहीं लग रहे, इन्हें मार दो’ और मेरे पति को गोली मार दी।” एक अन्य महिला कहती है, “मेरे पति को बचा लो…वो वहां पर पड़े हैं।” एक और महिला अपने बेटे को बचाने की गुहार लगाती है, “कोई मेरे बेटे को बचाए।” इन चश्मदीदों की गवाही इस हमले की क्रूरता और निर्दोष लोगों पर हुए अत्याचार को दर्शाती है।
सरकारी प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और कहा है कि “इस घृणित कृत्य के पीछे जो भी हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।” गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत श्रीनगर के लिए रवाना होकर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और कहा, “इस घृणित आतंकवादी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।”
क्षेत्रीय और राष्ट्रीय प्रभाव
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही थी और क्षेत्र में शांति की स्थिति बन रही थी। इस हमले ने न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि पूरे देश को सदमे में डाल दिया है। यह घटना दर्शाती है कि आतंकवादी तत्व अभी भी सक्रिय हैं और निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं।