बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा चुनाव में मतदान से पहले बड़ा उलटफेर हो गया है. मतदान से एक दिन पहले ही कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है. इंडिया गठबंधन में हनुमान बेनीवाल की राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में बीजेपी को समर्थन दिया है. बीजेपी के प्रत्याशी कैलाश चौधरी के समर्थन में कल मतदान करने का ऐलान कर दिया है.

आरएलपी के जिला संयोजक गजेंद्र चौधरी ने बताया कि ‘राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का कांग्रेस के साथ गठबंधन है लेकिन बाड़मेर जिले में कांग्रेस के नेता गठबंधन धर्म नहीं निभा रहे हैं. आरएलपी को खत्म करना चाह रहे हैं इसलिए लोकसभा चुनावों के प्रचार-प्रसार में हनुमान बेनीवाल की सभा तक नहीं करवाई. इसको लेकर कार्यकर्ताओं में आक्रोश का माहौल है. आज आरएलपी कार्यकर्ताओं ने बैठक कर बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी को समर्थन दिया है.’

इतना ही नहीं आरएलपी ने 2019 में हनुमान बेनीवाल और कैलाश चौधरी पर बायतु में हुए हमले को भी जिक्र करते हुए कहा कि ‘इन्हीं कांग्रेस के नेताओं ने आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल पर हमला करवाया था और अभी भी कांग्रेस के नेता बाड़मेर में आरएलपी को खत्म करने में लगे हुए हैं, इसलिए आरएलपी के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के प्रत्याशी कैलाश चौधरी के साथ मजबूती से खड़ा रहने का निर्णय लिया है.’

वहीं केंद्रीय मंत्री व बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी ने आरएलपी का आभार जताते हुए कहा कि जिलेभर के सभी विधानसभाओं के आरएलपी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रवाद से प्रेरित होकर पीएम मोदी को मजबूत करने के लिए भाजपा को समर्थन दिया है और इसे लोकसभा चुनाव में भाजपा को मजबूती मिलेगी. इस दौरान बड़ी संख्या में आरएलपी कार्यकर्ता और भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे.

बाड़मेर में बीजेपी प्रत्याशी कैलाश चौधरी और कांग्रेस उम्मीदवार उम्मेदाराम और निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है. निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी ने चुनावी मैदान में उतरकर मुकाबले को रोचक बना दिया और भाजपा प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी की मुश्किलें बढ़ा दी. भाटी की सभाओं में भारी भीड़ देखने को मिली थी. बाड़मेर-जैसलमेर संसदीय क्षेत्र में विधानसभा की आठ सीटें हैं. इसमें से सात सीटें बाड़मेर जिले की और एक सीट जैसलमेर की है. बाड़मेर की दो सीटों शिव और बाड़मेर में निर्दलीय विधायक हैं. शिव से खुद रविंद्र सिंह भाटी विधायक हैं. उन्होंने 2023 में निर्दलीय फतेह खान को 3950 वोटों से हराया था. फिर बाड़मेर विधानभा सीट से निर्दलीय प्रियंका चौधरी एमएलए हैं. बायतू विस सीट से कांग्रेस के हरीश चौधरी मात्र 910 वोटों से विजयी हुए थे. बाकी चार अन्य सीटों पर भाजपा का कब्जा है. जैसलमेर विस सीट पर भी भाजपा के रूपराम ने विधानसभा चुनाव जीता था.

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