हरियाणा की नायब सरकार ने सोमवार की देर रात 14 जिलों के पुलिस अधीक्षकों सहित 42 आईपीएस और 13 एचपीएच अधिकारियों के तबादले कर दिए है। प्रदेश सरकार द्वारा उन जिलों के पुलिस अधिकारियों के तबादले किए है जहां कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार की उपेक्षा की जा रही थी। बता दें कि, सीएम नायब सिंह सैनी से कई मंत्रियो, सांसदों और विधयकों ने कानून व्यवस्था में सुधार के लिए पुलिस अधीक्षकों के तबादलों का आग्रह किया था।
हरियाणा सरकार ने यमुनानगर, नूंह, पलवल,भिवानी, कैथल, फतेहाबाद, रेवाड़ी, जींद और सिरसा, कुरुक्षेत्र, अंबाला, पानीपत जिलों के पुलिस अधीक्षकों को बदला है। अंबाला रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) सिबाश कविराज (Sibash Kaviraj) का तबादला। उन्हें अब राकेश कुमार आर्य (Rakesh Kumar Arya) की जगह पंचकूला का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। वहीं, राकेश कुमार आर्य को IPS (कानून-व्यवस्था) पंचकूला के पद पर भेजा गया है।
वहीं, इसके अलावा गुरुग्राम के भोंडसी स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन की DIG संगीता कालिया को गुरुग्राम का संयुक्त पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन में कार्यरत IGP वाई. पूरन कुमार (Y. Puran Kumar) को भी एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है. उन्हें के.के. राव के स्थान पर रोहतक रेंज का IGP बनाया गया है।
हरियाणा में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, कानून व्यवस्था के मद्देनजर 42 आईपीएस अफसरों का तबादला
हरियाणा की नवनियुक्त नायब सरकार ने प्रशासनिक व्यवस्था में सख्ती और दक्षता लाने के उद्देश्य से एक बड़ा कदम उठाया है। सोमवार की देर रात प्रदेश में 42 आईपीएस और 13 एचपीएच (हरियाणा पुलिस हेड क्वार्टर) अधिकारियों के तबादले किए गए। इस व्यापक फेरबदल में 14 जिलों के पुलिस अधीक्षकों (SPs) को भी बदला गया है, जिनमें वे जिले विशेष रूप से शामिल हैं जहाँ कानून व्यवस्था को लेकर शिकायतें लगातार मिल रही थीं।
जनप्रतिनिधियों की मांग के बाद हुई कार्रवाई
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पिछले कुछ समय से कई मंत्रियों, सांसदों और विधायकों की ओर से शिकायतें प्राप्त हो रही थीं कि कुछ जिलों में कानून व्यवस्था चरमराई हुई है, और वहां के पुलिस अधीक्षक जनभावनाओं के अनुरूप काम नहीं कर रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि में यह व्यापक तबादला सूची तैयार की गई, ताकि जन विश्वास बहाल किया जा सके और कानून व्यवस्था में सुधार लाया जा सके।
किन-किन जिलों में हुआ बदलाव
हरियाणा सरकार ने यमुनानगर, नूंह, पलवल, भिवानी, कैथल, फतेहाबाद, रेवाड़ी, जींद, सिरसा, कुरुक्षेत्र, अंबाला और पानीपत जैसे महत्वपूर्ण जिलों में नए पुलिस अधीक्षकों की नियुक्ति की है। इन जिलों में लंबे समय से अपराध, गैंगवार, महिलाओं की सुरक्षा और ड्रग्स तस्करी जैसे मामलों में इजाफा देखा जा रहा था। नूंह और फतेहाबाद जैसे जिले विशेष रूप से कानून व्यवस्था के मोर्चे पर चुनौतीपूर्ण माने जाते हैं।
प्रमुख अधिकारियों की नई तैनाती
इस फेरबदल में अंबाला रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) सिबाश कविराज का तबादला कर उन्हें पंचकूला का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। वे अब राकेश कुमार आर्य की जगह लेंगे, जिन्हें अब पंचकूला में आईपीएस (कानून-व्यवस्था) के पद पर तैनात किया गया है। इसी तरह, गुरुग्राम में भोंडसी स्थित इंडिया रिजर्व बटालियन की डीआईजी संगीता कालिया को गुरुग्राम का संयुक्त पुलिस आयुक्त बनाया गया है, जो वहां की बढ़ती आबादी और जटिल ट्रैफिक एवं कानून व्यवस्था के प्रबंधन में अहम भूमिका निभाएंगी।
हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन में कार्यरत आईजीपी वाई. पूरन कुमार को रोहतक रेंज का नया आईजीपी नियुक्त किया गया है। वे के.के. राव की जगह लेंगे, जिनका कार्यकाल काफी चर्चित रहा।
फेरबदल के पीछे राजनीतिक और प्रशासनिक उद्देश्य
जानकारों का मानना है कि यह तबादला सूची आगामी लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत किया गया है। नायब सरकार यह संदेश देना चाहती है कि वह कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेगी। खासकर नूंह, गुरुग्राम और रेवाड़ी जैसे जिलों में पुलिस की मौजूदगी और कार्यशैली को और अधिक सक्रिय और जनोन्मुखी बनाया जाएगा।
क्या होंगे असर?
यह फेरबदल निश्चित रूप से हरियाणा की कानून व्यवस्था पर प्रत्यक्ष प्रभाव डालेगा। प्रशासनिक सख्ती के साथ जनता को यह संदेश भी जाएगा कि सरकार अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रतिबद्ध है। अब देखना यह होगा कि नए पुलिस अधीक्षक और अधिकारी अपने-अपने जिलों में कितनी तेजी से स्थितियों को सुधारते हैं और जनविश्वास कायम करने में कितने सफल होते हैं।