आगरा के शाहगंज के आजमपाड़ा में पायल कारखाना संचालक और उनकी पत्नी के शव मिले हैं। पास में 20 दिन की बेटी बिलख रही थी। मौत से पहले व्यापारी ने व्हाट्सएप पर अपने साले को ऑडियो क्लिप भेजी थी।

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। शाहगंज थाना क्षेत्र के आजमपाड़ा इलाके में एक युवा दंपती के शव उनके ही कमरे में संदिग्ध हालात में मिले हैं। घटनास्थल पर 20 दिन की नवजात बच्ची बेसुध होकर रोती मिली, जिससे पूरे दृश्य का भयावह पहलू और गहराता है। मृतक युवक की पहचान विनय उर्फ वीरू (24) और उसकी पत्नी डॉली (21) के रूप में हुई है। विनय चांदी की पायल बनाने का कार्य करता था और पास में ही उसका एक छोटा सा कारखाना था।

डॉली ने कुछ ही समय पहले, लगभग 20 दिन पूर्व ही एक बेटी को जन्म दिया था। लेकिन बच्ची के जन्म के बाद से ही डॉली और उसका पति मानसिक तनाव में थे। घटना के समय घर के भीतर दोनों के शव बेड पर पड़े मिले, जबकि नवजात बच्ची उनके बगल में रोती रही। इस पूरे मामले में संदेह और दर्द का सबसे बड़ा पहलू तब सामने आया जब विनय ने अपनी मृत्यु से कुछ मिनट पहले ही अपने साले संदीप को एक व्हाट्सएप ऑडियो क्लिप भेजी थी, जिसमें उसने स्पष्ट रूप से चार लोगों पर ज़हर देकर हत्या करने का आरोप लगाया था।

 संदिग्ध लड्डू बना मौत की वजह!

पुलिस ने घटनास्थल से एक लड्डू बरामद किया है, जिसका आधा हिस्सा खाया हुआ था। आशंका जताई जा रही है कि इसी लड्डू में ज़हर मिलाकर दंपती को मौत के घाट उतारा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार किया जा रहा है, वहीं लड्डू का नमूना फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, दोनों के होंठ नीले पड़े थे, जो जहर के सेवन का संकेत है। वहीं बच्ची पूरी तरह सुरक्षित मिली, लेकिन उसकी चीखें उस रात की भयावहता को बयां कर रही थीं।

 साले को भेजा गया आखिरी मैसेज

घटना से कुछ ही देर पहले विनय ने अपने साले संदीप को एक व्हाट्सएप ऑडियो क्लिप भेजी थी, जिसमें उसने कहा, “हमें कुछ खिला दिया है… जल्दी आओ।” दुर्भाग्यवश, संदीप उस समय पेपर देने गया हुआ था और देर से पहुंचा। जब वह पुलिस को लेकर घर पहुंचा, तब तक विनय और डॉली की मौत हो चुकी थी। ऑडियो में विनय ने चार परिजनों के नाम लेकर हत्या की आशंका जताई थी।

डॉली के मायके वालों का आरोप – बेटी होने पर ताने देते थे

डॉली के भाई संदीप का आरोप है कि शादी के बाद से ही डॉली को ससुराल में दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। ससुराल पक्ष के लोग लगातार बाइक और रुपये की मांग कर रहे थे। डॉली की सास, जेठानी और ननद उसके साथ दुर्व्यवहार करती थीं, यहां तक कि डॉली जब गर्भवती थी तब भी उसकी देखभाल नहीं की गई। बेटी के जन्म के बाद सास और जेठानी ताने देने लगी थीं – “बेटा क्यों नहीं हुआ?” इसी मानसिक उत्पीड़न के चलते डॉली और विनय दोनों तनाव में थे।

दो दिन पहले मायके गई थी डॉली

डॉली कुछ दिन पहले झगड़े के बाद अपने मायके चली गई थी लेकिन बुधवार की सुबह वह ससुराल लौट आई थी। किसी को अंदेशा भी नहीं था कि अगली सुबह दोनों की लाशें मिलेंगी। यह सवाल और गहरा हो जाता है कि क्या यह पूर्व नियोजित साजिश थी?

कारखाने को लेकर चल रहा था विवाद

डॉली के परिजनों ने बताया कि विनय के भाई राम और टीटू चाहते थे कि वह अपना कारखाना छोड़ दे या उन्हें हिस्सा दे। दो दिन पहले इसी बात को लेकर विवाद हुआ था और राम व टीटू ने कारखाने में ताला तक लगा दिया था। बाद में तीनों को पुलिस चौकी ले जाया गया था जहां आपसी समझौते के बाद सबको घर भेजा गया। लेकिन शायद अंदर ही अंदर साजिश की पटकथा लिखी जा रही थी।

ससुराल पक्ष के चार लोग हिरासत में

घटना के बाद ससुराल और मायके पक्ष के लोग भिड़ गए। पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए चार लोगों को हिरासत में ले लिया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी ने बताया कि यह एक गंभीर मामला है, जिसमें जहर देकर हत्या की आशंका है और जांच प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है।

फॉरेंसिक जांच से खुलेगा सच

पुलिस ने कमरे से लड्डू का नमूना फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है। यह लड्डू ही इस पूरी घटना की गुत्थी सुलझाने में अहम भूमिका निभा सकता है। अगर लड्डू में कोई जहरीला तत्व पाया गया, तो यह बात स्पष्ट हो जाएगी कि दंपती की मौत सुनियोजित थी। ऑडियो क्लिप के आधार पर चार संदिग्धों पर निगाहें टिकी हैं।

बेटी को लेकर था घर में तनाव?

बेटी के जन्म के बाद जिस तरह से सास और जेठानी ताने दे रही थीं, उससे दंपती मानसिक रूप से टूट चुका था। आरोप है कि विनय और डॉली को लगातार यह सुनाया जा रहा था कि लड़का क्यों नहीं हुआ। यह समाज की वह सच्चाई है, जो 21वीं सदी में भी कई घरों को बर्बाद कर रही है।

 क्या थी हत्या या आत्महत्या?

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह एक सुनियोजित हत्या थी, या फिर मानसिक उत्पीड़न के कारण दंपती ने खुदकुशी जैसा कठोर कदम उठाया? ऑडियो क्लिप में वीरू स्पष्ट रूप से कहता है कि उसे “खिला दिया गया है”। पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है – मर्डर, सुसाइड, पारिवारिक विवाद, दहेज प्रताड़ना और मानसिक तनाव।

पड़ोसी बोले – झगड़े होते रहते थे

स्थानीय लोगों और पड़ोसियों के अनुसार, घर में अक्सर झगड़े होते रहते थे। कई बार डॉली को रोते हुए देखा गया था। बच्ची के जन्म के बाद से स्थिति और बिगड़ गई थी। वे कहते हैं कि डॉली एक सीधी-सादी लड़की थी, जो सब कुछ सहकर भी परिवार जोड़ना चाहती थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *