हरियाणा के फरीदाबाद जिले में 32 अनधिकृत औद्योगिक कॉलोनियों को जल्द कानूनी मान्यता मिलने की उम्मीद है. इसकी घोषणा खुद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा कि गई है. इस निर्णय से 24 हजार उद्योगों और ढाई लाख मजदूरों को राहत मिलेगी. अनधिकृत क्षेत्र घोषित होने के कारण उद्यमियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. फरीदाबाद में सरूरपुर, कृष्णा कॉलोनी, न्यू डीएलएफ, गाजीपुर जैसी कई औद्योगिक कॉलोनियां हैं. न्यू डीएलएफ में लगभग 150 छोटे-बड़े उद्योग हैं, जबकि सरूरपुर में 3200 और कृष्णा कॉलोनी में 1500 उद्योग कार्यरत हैं. इन सभी कॉलोनियों में कुल 24 हजार उद्योग हैं, जिनमें लाखों मजदूर काम करते हैं.
अनधिकृत क्षेत्र होने के कारण इन कॉलोनियों में उद्योग चलाने वाले उद्यमियों को लाइसेंस, बिजली कनेक्शन और नगर निगम की सुविधाएं प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था. इस स्थिति ने उद्योगों की वृद्धि को बाधित किया था. लेकिन अब मुख्यमंत्री की घोषणा से उद्योग जगत में खुशी की लहर दौड़ गई है. सीएम ने स्पष्ट किया है कि जो औद्योगिक कॉलोनियां 10 एकड़ से कम क्षेत्र में फैली हुई है, उन्हें नियमित किया जाएगा. सरकार ने नगर निगम और शहरी विकास विभाग को इस निर्णय को लागू करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दे दिए हैं.
अनधिकृत कॉलोनियों में संचालित उद्योगों के पास वैध दस्तावेज न होने के कारण उन्हें बैंक लोन प्राप्त करने में कठिनाई होती थी, जिससे पूंजी संकट का सामना करना पड़ता था. लेकिन अब, नियमितीकरण के बाद बैंकिंग सेवाएं भी सुलभ होंगी. इसके साथ ही, बिजली, पानी, सड़क, ड्रेनेज और स्ट्रीट लाइट जैसी आवश्यक सुविधाएं भी कॉलोनियों में उपलब्ध कराई जाएंगी. पिछले दिनों औद्योगिक संस्था लघु उद्योग भारती की ओर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया था. इससे पहले भी कई एसोसिएशनों द्वारा इन कॉलोनियों को नियमित करने की मांग की गई थी. सरकार ने अब इस मांग पर ध्यान दिया है और बड़ी राहत प्रदान की है.