आम आदमी पार्टी ने रविवार को आरोप लगाया कि तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की हत्या की साजिश जा रही है. शुगर होने के बावजूद इंसुलिन का इंजेक्शन नहीं लगाया जाता। दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया भी देख रही है कि कैसे केंद्र सरकार एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को मारने की साजिश रच सकती है. तिहाड़ जेल के डीजी ने कल एम्स को लिखा कि हमें एक डायबिटोलॉजिस्ट (मधुमेह रोग के विशेषज्ञ) की जरूरत है. इसने भाजपा को पूरी तरह बेनकाब कर दिया. वे (तिहाड़ जेल प्रशासन) कल तक कह रहे थे कि हमारे पास स्पेशलिस्ट डॉक्टर मौजूद हैं, इंसुलिन भी उपलब्ध है. अरविंद केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं.’
सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘जेल में एक सामान्य डॉक्टर मौजूद हैं. मुझे नहीं पता कि वह वहां कैसे नियुक्त किए गए हैं, उनकी सिफारिशों पर ये सभी हेरफेर किए जा रहे हैं और दिल्ली के लोगों द्वारा चुने गए मुख्यमंत्री को इंसुलिन से वंचित रखा जा रहा है. अरविंद केजरीवाल का पक्ष है कि उन्हें 20 साल से डायबिटीज है और गत 12 वर्षों से इंसुलिन पर हैं. वह रोज 50 यूनिट इंसुलिन लेते हैं. इंसुलिन से ही उनकी डायबिटीज कंट्रोल हो सकती है. उन्हें जेल में इसकी जरूरत है, लेकिन इंसुलिन नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अगर इंसुलिन नहीं दे सकते तो मेरे डॉक्टर से वीडियो कॉल पर कंसल्टेशन की इजाजत दीजिए. लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन ने इससे भी इनकार कर दिया.’
दिल्ली के मंत्री ने कहा, ‘तिहाड़ जेल केंद्र सरकार के अधीन है. वहां का प्रशासन कह रहा है कि अरविंद केजरीवाल को इंसुलिन की जरूरत नहीं है. डॉक्टर को दिखाने की जरूरत नहीं है. जब इंसुलिन की जरूरत होगी तब दे देंगे. कल तक कह रहे थे कि हमारे पास सारे स्पेशलिस्ट हैं. जेल में अस्पताल, क्लीनिक, बेड, इंसुलिन सबकुछ मौजूद है. केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं. लेकिन कल तिहाड़ जेल प्रशासन ने दिल्ली एम्स को चिट्ठी लिखकर डायबिटीज एक्सपर्ट भेजने के लिए कहा है. अगर कोई व्यक्ति हाई डायबिटिक हो तो अपने पास हमेशा कुछ मीठा या टॉफी रखता है. डायबिटीज के मरीज का शुगर लेवल अचानक घट जाता है. ईडी की कस्टडी में अरविंद केजरीवाल का शुगर लेवल 46 हो गया था. लेकिन उन्हें दवा नहीं दी जा रही है.’
इससे पहले शनिवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऑफिस से जारी एक बयान में अरविंद केजरीवाल के डायबिटीज को लेकर आम आदमी पार्टी के दावों का खंडन किया गया था. बयान में कहा गया है, ‘केजरीवाल के स्वास्थ्य को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा जो भी कहानी बनाई जा रही है वह तेलंगाना के निजी क्लिनिक के उपचार पर आधारित है.
अरविंद केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल पर थे और डॉक्टर ने उनकी गिरफ्तारी से काफी दिन पहले ही इंसुलिन की डोज बंद कर दी थी. वह एंटी-डायबिटिक टैबलेट मेटफार्मिन ले रहे थे. आरएमएल अस्पताल की मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल को न तो इंसुलिन लेने की सलाह दी गई थी और न ही इसकी जरूरत बताई गई थी. यह कहना गलत है कि तिहाड़ जेल प्रशासन की ओर से अरविंद केजरीवाल को उनके इलाज के दौरान किसी भी समय इंसुलिन देने से इनकार किया गया था.’