Israel vs Iran War : बारूद के ढेर पर बैठे वेस्ट एशिया में किसी भी समय युद्ध शुरू हो सकता है। ईरान और इजराइल के बीच सैन्य तनाव चरम पर है. 13 अप्रैल की रात को ईरान ने पहली बार इजराइल पर सीधा हमला किया. दोनों देश एक दूसरे के खून के प्यासे हैं. ईरान ने एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी की हत्या के प्रतिशोध में इज़राइल पर गोलीबारी की।
हालाँकि, इज़राइल ने अभी तक 1 अप्रैल को सीरिया के दमास्कस में एयर स्ट्राइक की जिम्मेदारी नहीं ली है. ईरान ने बदला लेने की कसम खाई और 13 अप्रैल को उसका बदला लिया भी गया. लेकिन अब इजराइल ने जवाब देने की ठान ली है. इजराइल और ईरान के बीच युद्ध की आहट बाकी दुनिया सुन रही है. यदि युद्ध छिड़ा तो एशिया में जो विनाश होगा उसका असर वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा। यह संभावना नहीं है कि कोई भी देश ईरान-इजरायल युद्ध के परिणामों से बच पाएगा। युद्ध की स्थिति में भारत को दोहरी समस्या का सामना करना पड़ेगा क्योंकि उसके ईरान और इजराइल दोनों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।
पश्चिमी एशिया के हालात पहले से ही तनावपूर्ण थे. 1 अप्रैल 2024 को हालात काबू से बाहर होते दिखे. दमास्कस स्थित ईरान की डिप्लोमेटिक बिल्डिंग पर हमला होता है. इस्लामिक रिपब्लिक गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के कई सीनियर अधिकारी मारे जाते हैं. ईरान आरोप लगाता है कि हमला इजरायल ने किया. इजरायल जिम्मेदारी नहीं लेता. ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ‘बदला’ लेने की कसम खाते हैं. बाकी दुनिया दम साधे वेस्ट एशिया के घटनाक्रम को देख रही है. अप्रैल का दूसरा हफ्ता शुरू होते ही पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियां चिंताजनक रिपोर्ट देती हैं. ईरान बड़े हमले की तैयारी कर रहा है. तमाम देश ईरान, इजरायल और उनसे सटे देशों के लिए एडवाइजरी जारी करते हैं.
13 अप्रैल 2023 की रात को ईरान हमला बोल देता है. सैकड़ों की संख्या में ड्रोन्स और मिसाइलें इजरायल की ओर दागी जाती हैं. यह अभूतपूर्व था. पहली बार ईरान ने सीधे इजरायल की जमीन पर हमला बोला था. अब तक दोनों देश एक-दूसरे से शैडो युद्ध करते आए थे. गनीमत रही कि इजरायल और उसके सहयोगियों ने 99% हमलों को नाकाम कर दिया. अमेरिका, यूके समेत तमाम देश इजरायल और ईरान से संयम बरतने की अपील कर रहे हैं. लेकिन उन्हें भी यह अहसास हो चला है कि यह शैडो वॉर किसी वक्त भी फुल-स्केल वॉर में तब्दील हो सकता है.