आजकल जब ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं और पर्यावरण को लेकर जागरूकता बढ़ रही है, तो स्कूटर खरीदने के लिए पेट्रोल और इलेक्ट्रिक मॉडल के बीच चुनाव करना एक महत्वपूर्ण सवाल बन गया है।
पेट्रोल स्कूटर के फायदे:
- अधिक रेंज: पेट्रोल स्कूटर एक बार टैंक भरने पर इलेक्ट्रिक स्कूटर की तुलना में अधिक दूरी तय कर सकते हैं।
- रीफिलिंग में आसानी: पेट्रोल स्टेशन आसानी से उपलब्ध हैं, जिससे रीफिलिंग में आसानी होती है।
- कम मेंटेनेंस: पेट्रोल स्कूटरों को इलेक्ट्रिक स्कूटरों की तुलना में कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।
- कम खर्चीला: शुरुआती खर्च के मामले में, पेट्रोल स्कूटर आमतौर पर इलेक्ट्रिक स्कूटरों की तुलना में सस्ते होते हैं।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के फायदे:
- कम चलने की लागत: इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाना पेट्रोल स्कूटर चलाने की तुलना में काफी सस्ता होता है।
- शून्य उत्सर्जन: इलेक्ट्रिक स्कूटर पर्यावरण के अनुकूल होते हैं क्योंकि वे कोई प्रदूषण नहीं करते हैं।
- कम शोर: इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटर की तुलना में बहुत कम शोर करते हैं।
- सरकारी सब्सिडी: कई देशों में इलेक्ट्रिक स्कूटरों पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाती है, जिससे उनकी कीमत कम हो जाती है।
कौन सा बेहतर है?
आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। यदि आपको लंबी दूरी की यात्रा करने की आवश्यकता होती है और आप रीफिलिंग में आसानी चाहते हैं, तो पेट्रोल स्कूटर एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यदि आप पैसे बचाना चाहते हैं, पर्यावरण की रक्षा करना चाहते हैं, और कम शोर वाले वाहन चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर बेहतर विकल्प हो सकता है।
पिछले महीने की शीर्ष 10 इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों की बिक्री रिपोर्ट:
- ओला इलेक्ट्रिक (53,320 यूनिट)
- टीवीएस मोटर कंपनी (26,501 यूनिट)
- बजाज ऑटो (18,008 यूनिट)
- ऐथर एनर्जी (17,232 यूनिट)
- हीरो इलेक्ट्रिक (14,758 यूनिट)
- Ampere Electric (12,510 यूनिट)
- Okinawa Autotech (10,325 यूनिट)
- Komaki Electric (8,572 यूनिट)
- Revolt Intellicorp (6,231 यूनिट)
- Magnus Electric (5,897 यूनिट)
निष्कर्ष:
इलेक्ट्रिक स्कूटर तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं, और यह प्रवृत्ति आने वाले वर्षों में जारी रहने की संभावना है। यदि आप स्कूटर खरीदने पर विचार कर रहे हैं, तो इलेक्ट्रिक मॉडल पर विचार करना निश्चित रूप से लायक है।