संसद में बजट सत्र का आज तीसरा दिन है और इस दौरान सदन में जोरदार हंगामा देखने को मिला। महाकुंभ हादसे पर विपक्षी सांसदों ने चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी की जिससे स्पीकर ओम बिरला नाराज हो गए और उन्होंने हंगामा कर रहे सांसदों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि, अगर देश की जनता ने उन्हें केवल नारेबाजी और प्रश्नकाल स्थगित करने के लिए भेजा है तो वे वही करे अन्यथा अपनी सीट पर बैठें और सदन को सुचारू रूप से चलन दें।
बता दें कि, महाकुंभ हादसे पर तुरंत चर्चा करने की विपक्षी दल मांग कर रहे थे लेकिन स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान इस विषय पर बहस की जा सकती है। वहीं, ओम बिरला हंगामा कर रहे सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि, “आपको जनता ने टेबल तोड़ने के लिए नहीं भेजा है. आप पहली बार चुनकर आए हो. आपको चर्चा के लिए भेजा है, अगर इसीलिए भेजा है तो जोर-जोर से मारिए..”
आपको बता दें कि, लोकसभा कि कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी सांसद ने हंगामा शुरू कर दिया और पीएम मोदी-सीएम योगी के इस्तीफे के नारे भी लगाए। विपक्षी सांसदों को स्पीकर ने समाझते हुए कहा कि, प्रश्नकाल के दौरान सदन की गरिमा बनाए रखें और रूकावट न डालें।
बीजेपी के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि वे सनातन और हिंदू समाज को जातियों में बांटकर राजनीतिक फायदा लेना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि महाकुंभ में सभी जातियों के लोग एक साथ स्नान कर रहे थे, लेकिन विपक्ष को ये सहन नहीं हो रहा था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि विपक्ष इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर राजनीति कर रहा है, जबकि वहां की व्यवस्थाएं काफी अच्छी थीं।