विमान और हेलीकॉप्टर की टक्कर से 67 लोगों की मौत

बुधवार की रात अमेरिकी एयरलाइंस के यात्री विमान और एक सैन्य हेलीकॉप्टर के बीच हुई टक्कर में 67 लोगों की मौत हो गई। इस दुखद घटना में 64 विमान यात्री और 3 सैन्य हेलीकॉप्टर के सदस्य मारे गए हैं। यह दुर्घटना अमेरिकी विमानन इतिहास में पिछले 25 वर्षों में सबसे भीषण हादसा मानी जा रही है। घटना की सटीक जानकारी के अनुसार, हेलीकॉप्टर के रास्ते में अचानक विमान आने से यह हादसा हुआ। घटना ने न केवल वाशिंगटन डीसी बल्कि पूरी दुनिया को एक गंभीर सवाल उठाने पर मजबूर किया है कि क्या यह दुर्घटना टाली जा सकती थी?

घटना के चश्मदीद की कहानी

वाशिंगटन डीसी में रहने वाली मिशेल बौद्रेउ नामक एक स्थानीय निवासी ने इस घटना के बारे में अपनी दुखद यादें साझा की। उन्होंने बताया कि वह नियमित रूप से लाइव एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को सुनती हैं और विमान की यात्रा को ट्रैक करती हैं। वह इस बात को बहुत व्यक्तिगत रूप से महसूस करती हैं, क्योंकि यह हादसा उसी समय हुआ जब वह एयर ट्रैफिक कंट्रोल की लाइव फीड सुन रही थीं। “यह दिल दहला देने वाला था,” उन्होंने कहा। मिशेल ने यह भी बताया कि उन्हें यह सब कुछ लाइव सुनने का मौका मिला, और इस घटना को महसूस करना बेहद दुखद था। एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स और पायलटों के बीच बातचीत सुनते हुए, उन्हें समझ आया कि दुर्घटना कितनी विनाशकारी थी। “हम आम तौर पर उड़ानों को ट्रैक करते हैं और उन पर नजर रखते हैं, लेकिन इस बार सब कुछ गलत हो गया,” मिशेल ने कहा। उनके लिए यह घटना न केवल एक त्रासदी थी, बल्कि यह एक गंभीर चेतावनी भी थी कि एयर ट्रैफिक में किसी भी चूक का परिणाम कितना भयंकर हो सकता है।

हेलीकॉप्टर और विमान की टक्कर

घटना उस समय हुई जब वाशिंगटन के रोनाल्ड रीगन हवाई अड्डे पर एक अमेरिकन एयरलाइंस का विमान उतरने की प्रक्रिया में था। यह विमान कंसास के विचिटा से आ रहा था और उसकी ऊंचाई धीरे-धीरे कम हो रही थी। जब विमान पोटोमैक नदी के ऊपर से गुजर रहा था, तब अचानक एक सैन्य हेलीकॉप्टर विमान के रास्ते में आ गया। इस हेलीकॉप्टर में 3 सैनिक सवार थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी कि हेलीकॉप्टर एक यूएच-60 ब्लैकहॉक था, जो वर्जीनिया के फोर्ट बेलवोइर से प्रशिक्षण उड़ान पर था। इस हेलीकॉप्टर का मार्ग पूरी तरह से साफ था, लेकिन अचानक विमान और हेलीकॉप्टर के बीच टक्कर हो गई।

अमेरिकन एयरलाइंस के अधिकारियों ने अभी तक यह नहीं बताया है कि हेलीकॉप्टर विमान के रास्ते में क्यों आया, लेकिन इस घटना ने सवाल उठाए हैं कि क्या हवाई यातायात नियंत्रक और पायलटों के बीच कम्युनिकेशन में कोई चूक हुई। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने इस बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया, लेकिन इस घटना को रोकने की संभावना को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अपनी चिंता व्यक्त की थी। ट्रंप ने कहा था, “क्या इसे रोका जा सकता था? बिल्कुल।” यह टिप्पणी घटना के बाद अमेरिकी प्रशासन की ओर से एक महत्वपूर्ण संकेत था कि दुर्घटनाओं को रोका जा सकता था यदि पर्याप्त निगरानी और संयम होता।

मृतकों की संख्या और बचाव कार्य

जैसे ही यह हादसा हुआ, बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया। नदी के बर्फीले पानी में डूबे हुए विमान और हेलीकॉप्टर के मलबे से शवों की तलाश की गई। अधिकारियों ने बताया कि पोटोमैक नदी से कम से कम 28 शव निकाले गए, लेकिन अब कोई भी जीवित बचने के संकेत नहीं मिल रहे थे। विमान के मलबे का ढांचा नदी में गहरे पानी में तीन हिस्सों में बंटा हुआ था, और इसके आसपास हेलीकॉप्टर के मलबे का ढांचा भी मिला। विमान में सवार सभी 60 यात्री और 4 चालक दल के सदस्य मारे गए थे। यह दुर्घटना स्थानीय समुदाय के लिए एक गहरी शोक की लहर छोड़ गई है, क्योंकि यह वाशिंगटन डीसी क्षेत्र या अर्लिंगटन में हुई सबसे भयानक त्रासदी मानी जा रही है।

इस विमान दुर्घटना के कारणों का अभी तक सटीक पता नहीं चल पाया है, लेकिन हवाई यातायात नियंत्रण और विमान की उड़ान की स्थिति को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि विमान के रेडियो ट्रांसपोंडर से मिले डेटा के अनुसार, उड़ान संख्या 5342 करीब 400 फीट की ऊंचाई से 140 मील प्रति घंटे की गति से आ रहा था, और उसे उतरने के लिए रनवे 33 पर अनुमति दी गई थी। इससे पहले, एक हवाई यातायात नियंत्रक ने विमान से पूछा था कि क्या वह उस विशेष रनवे पर उतरने के लिए तैयार है। विमान के पायलटों ने इसकी पुष्टि की और फिर उन्हें रनवे 33 पर उतरने की अनुमति दे दी गई।

इस हादसे पर अमेरिकन एयरलाइंस के सीईओ रॉबर्ट इसोम ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है और इस पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हम इस हादसे के कारण को पूरी तरह से समझने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। इस समय हमें यह पता नहीं है कि हेलीकॉप्टर विमान के रास्ते में क्यों आया। हम इसकी जांच पूरी ईमानदारी से करेंगे।” इस बयान में कंपनी ने यह स्पष्ट किया कि वे घटना की गंभीरता को समझते हुए आगे की कार्रवाई करेंगे।

अब तक की सबसे घातक अमेरिकी विमान दुर्घटना

यह दुर्घटना 12 नवंबर 2001 के बाद से अमेरिका में सबसे घातक विमान दुर्घटना मानी जा रही है। उस समय, एक अमेरिकन एयरलाइंस का विमान न्यूयॉर्क के बेले हार्बर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें सभी 260 लोग मारे गए थे। इसके बाद से अब तक ऐसी किसी दुर्घटना का ऐसा भीषण परिणाम नहीं आया था, और यह 2025 में दुर्घटनाओं की निरंतर बढ़ती संख्या को लेकर एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बन गया है।

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