नितेश राणे

यह समाचार सैफ अली खान पर हुए हमले और महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे के बयानों से संबंधित है, जिनमें उन्होंने हमले के बाद सैफ की रिकवरी पर सवाल उठाए और बांग्लादेशी नागरिकों के संदर्भ में गंभीर टिप्पणी की।

सैफ अली खान पर हमला और घटनाक्रम

16 जनवरी 2025 को मुंबई के बांद्रा स्थित सैफ अली खान के घर पर एक व्यक्ति ने हमला कर दिया। इस व्यक्ति ने अभिनेता पर चाकू से हमला किया, जिससे सैफ गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी सर्जरी की गई। हमले की घटना को लेकर पुलिस ने आरोपी की पहचान मोहम्मद शरीफुल शहजाद के रूप में की, जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का दावा है कि आरोपी बांग्लादेशी नागरिक है और अवैध रूप से भारत में दाखिल हुआ था। सैफ को इलाज के बाद 21 जनवरी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

नितेश राणे का बयान

महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने इस घटना के बाद एक सभा में अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस हमले को लेकर कुछ विवादास्पद बयान दिए। राणे ने कहा, “देखिए मुंबई में बांग्लादेशी क्या कर रहे हैं। वे सैफ अली खान के घर में घुस गए। पहले वे सड़कों पर खड़े रहते थे, अब वे घरों में घुसने लगे हैं।” उनका यह बयान इस पर आधारित था कि बांग्लादेशी नागरिकों का भारत में अवैध रूप से आना और सुरक्षा के लिहाज से यह एक गंभीर मुद्दा हो सकता है।

इसके अलावा, राणे ने यह भी कहा कि शायद आरोपी सैफ अली खान को “ले जाने आए थे,” और यह भी टिप्पणी की कि इस तरह के “कचरे” को हटा दिया जाना चाहिए। उनका यह बयान सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से विवादास्पद था क्योंकि इसमें एक स्पष्ट नस्लीय संदर्भ था, जो कई लोगों के लिए आपत्तिजनक हो सकता था।

सैफ की रिकवरी और संदेह

नितेश राणे ने आगे सैफ अली खान की रिकवरी पर सवाल उठाया और कहा कि जब सैफ अस्पताल से बाहर आए, तो उन्होंने देखा कि वह “चलते-चलते हंस-मुस्कुरा रहे थे” और “नाच रहे थे।” राणे ने यह भी कहा कि उन्हें शक था कि सैफ पर चाकू से हमला हुआ था या वह एक्टिंग कर रहे थे। उनका यह बयान भी कई लोगों के लिए विवाद का कारण बना, क्योंकि इसने एक गंभीर घटना को हल्के में लेने जैसा संकेत दिया।

राणे ने यह भी आरोप लगाया कि मीडिया और समाज में कुछ लोगों द्वारा सैफ अली खान जैसे मुसलमान अभिनेता के प्रति संवेदना जताई जाती है, जबकि जब हिंदू अभिनेता जैसे सुशांत सिंह राजपूत को प्रताड़ित किया गया, तब किसी ने उनकी चिंता नहीं की। उन्होंने उदाहरण के तौर पर मुंब्रा के जीतुद्दीन और बारामती की ताई का नाम लिया और कहा कि इन लोगों ने कभी हिंदू कलाकारों के पक्ष में आवाज नहीं उठाई। यह बयान राजनीति के परिप्रेक्ष्य में एक नया मोड़ था, जिसमें धर्म और जातिवाद को लेकर टिप्पणियां की गईं।

 नितेश राणे

संजय निरुपम की प्रतिक्रिया

संजय निरुपम, जो शिवसेना के नेता हैं, ने भी सैफ अली खान पर हमले को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि यह हमला एक गंभीर मामला है और इस पर संदेह जताने की बजाय सच्चाई को सामने लाना चाहिए। संजय निरुपम ने यह भी टिप्पणी की कि सैफ की जल्दी रिकवरी पर सवाल उठाए गए थे, जो मीडिया की जिम्मेदारी और सच्चाई को लेकर असहमति को दर्शाता है।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार का बयान

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने नितेश राणे के बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि वह नहीं जानते कि नितेश राणे ने क्या कहा है, लेकिन जब वह उनसे मिलेंगे तो इस बारे में पूछेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को कोई संदेह है, तो पुलिस से जानकारी ली जा सकती है। अजित पवार ने यह भी बताया कि आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है।

 

By admin