Haryana BJP President-Rocky Mittal
बेहद सर्द मौसम में भी हरियाणा बीजेपी का माहौल गर्म हो गया है… क्योंकि, ये मसला BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और हरियाणा के सिंगर रॉकी मित्तल से जुड़ा है… दोनों के खिलाफ हिमाचल प्रदेश के कसौली पुलिस थाने में 13 दिसंबर 2024 को गैंगरेप की FIR दर्ज हुई थी… जिसकी जानकारी अब जाकर सार्वजनिक हुई है। दिल्ली की रहने वाली महिला का आरोप है कि, उसके साथ कसौली के सरकारी होटल में जबरन शराब पिलाकर रेप किया गया…
रॉकी मित्तल ने उसे अपनी एल्बम में एक्ट्रेस बनाने और मोहन लाल बड़ौली ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा दिया…. रेप के बाद उसे डरा-धमकाकर कमरे से बाहर निकाल दिया गया। महिला के मुताबिक, उसकी अश्लील फोटो खींचने के अलावा वीडियो भी बनाई गई… इसके बाद पंचकूला में उसे केस में फंसाने की कोशिश की गई…. मामले में हिमाचल पुलिस ने बड़ौली और रॉकी पर IPC की धारा 376D और 506 के तहत केस दर्ज किया है…
लेकिन इसे साबित करना हिमाचल पुलिस के लिए मुश्किल होता जा रहा है...
इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि, जिस महिला ने गैंगरेप के आरोप लगाए, वो मेडिकल करवाने से ही मुकर गई… और FIR भी 529 दिन देरी से दर्ज कराई गई… वहीं, जिस सरकारी होटल में गैंगरेप के आरोप लगाए जा रहे हैं, वहां अब उस दिन की रिकॉर्डिंग भी नहीं है…. पुलिस ने होटल के कर्मचारियों से पूछताछ की लेकिन अब उन्हें भी कुछ याद नहीं… ऐसे में केस को कोर्ट में साबित करने से पहले जांच में ही हिमाचल पुलिस के हाथ कुछ नहीं लग रहा।
मामले पर परवाणु की DSP मेहर पंवर का कहना है कि, गैंगरेप के आरोप लगाने वाली महिला से हमने मेडिकल करवाने को कहा था। मगर, उसने इनकार कर दिया।
गैंगरेप साबित करने के लिए यही पुलिस के पास सबसे बड़ा सबूत होना था। आरोप लगाने वाली महिला के मुताबिक, उसके साथ 3 जुलाई 2023 को गैंगरेप हुआ। तब वो होटल रोज कॉमन में ठहरी हुई थी। हालांकि महिला ने इसकी शिकायत 13 दिसंबर 2024 को दर्ज कराई। इतनी लेट शिकायत की कोई वजह भी उसने पुलिस को नहीं बताई। पुलिस ने उसी दिन केस तो दर्ज कर दिया लेकिन सबूत ढूंढने की चुनौती पैदा हो गई…
ऐसा कोई भी मामला हो, उसमें पुलिस घटना वाली जगह से भी सबूत इकट्ठा करती है। और, इस केस में भी पुलिस को होटल का कमरा, कमरे में बैड या बैडशीट, शराब के गिलास जैसी सबूत की जरूरी चीजों की जरूरत थी ताकि, कोई अहम सबूत मिलते. लेकिन, मामले में देरी से शिकायत की वजह से कुछ नहीं मिला सका.
पुलिस ने इस मामले में होटल रोज कॉमन में काम करने वाले कर्मचारियों से भी पूछताछ की। उसमें भी कुछ नहीं मिला। जिस भी कर्मचारी को पूछा गया, उसने कहा कि, इतनी पुरानी बात है, उन्हें अब कुछ याद नहीं है। न ही उस दिन कोई ऐसा हंगामा वगैरह मचा कि, उन्हें यह याद रह सके। उन्होंने सबको रूटीन गेस्ट की तरह ही ट्रीट किया। पुलिस अधिकारियों का दावा है कि, जब मौके से सबूत नहीं मिले तो वो पीड़ित महिला और दोनों आरोपियों, मोहन बड़ौली और रॉकी मित्तल को लेकर होटल गए… वहां भी उनसे पूछताछ की गई… हालांकि अभी तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है…