पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में लोहड़ी का पर्व बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस पारंपरिक त्योहार को मनाने के लिए छात्र-छात्राएं, प्रोफेसर और स्टाफ के सदस्य बड़ी संख्या में एकत्रित हुए और मिलकर इस पर्व की खुशियां साझा कीं। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक रूप से आग जलाने के साथ हुई, जो सर्दियों के अंत और लंबे दिनों के आगमन का प्रतीक है। रंग-बिरंगे परिधानों में सजे छात्रों ने ढोल की थाप पर भांगड़ा और गिद्धा प्रस्तुत कर माहौल को और भी जीवंत बना दिया।
कैंपस में इस साल लोहड़ी का पर्व अनोखी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक अंदाज में इस त्योहार का जश्न मनाते हुए अपने उत्साह और जोश से माहौल को जादुई बना दिया। कई छात्रों ने अपने दोस्तों के साथ लोहड़ी के गीतों पर सामूहिक नृत्य किया, जिसमें सुंदर मुंदरिये हो! की गूंज ने पूरी फिजा को सुरमयी बना दिया।
सांस्कृतिक समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में खाने-पीने की व्यवस्था भी खास रही। रेवड़ी, गज्जक, मूंगफली, और मक्के के दाने बांटे गए, जो परंपरा का अहम हिस्सा हैं। छात्रों ने इनका आनंद लेते हुए अपने दोस्तों के साथ तस्वीरें लीं और खुशियों के पल साझा किए। एक छात्रा, अमनदीप कौर ने कहा, “हम पूरे साल इस दिन का इंतजार करते हैं। दोस्तों के साथ नाचना और परंपराओं का हिस्सा बनना, यह अनुभव हमें अपनी जड़ों से जोड़ता है।”
लड़कों के एक समूह ने भांगड़ा करते हुए कहा, “यह त्योहार सिर्फ आग के चारों ओर नाचने का नहीं, बल्कि अपने दोस्तों के साथ नई यादें बनाने का मौका है।” कार्यक्रम का समापन सभी के मिलकर लोहड़ी के गीत गाने और एक सामूहिक भोजन के साथ हुआ। इस अवसर पर पंजाब यूनिवर्सिटी का माहौल न केवल खुशी और उत्साह से भरा रहा, बल्कि इसने हर किसी को अपनी संस्कृति पर गर्व करने का मौका भी दिया।