रामनगरी अयोध्या इन दिनों भक्ति और उत्सव के उल्लास में सराबोर है। श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के भव्य समारोह के लिए अयोध्या को विशेष रूप से सजाया गया है। इस अवसर पर 11 से 13 जनवरी तक तीन दिवसीय ‘प्रतिष्ठा द्वादशी’ उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस ऐतिहासिक उत्सव में भाग लेने अयोध्या पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को इस समारोह का शुभारंभ करेंगे और रामलला का अभिषेक कर महाआरती में शामिल होंगे।
उत्सव का शुभारंभ और भव्य आयोजन
तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। वे शनिवार को अयोध्या पहुंचेंगे और करीब पांच घंटे यहां रहकर मुख्य समारोह में भाग लेंगे। मुख्यमंत्री सबसे पहले रामलला का अभिषेक करेंगे और महाआरती उतारेंगे। इसके बाद दोपहर 2:00 बजे अंगद टीला पर श्रद्धालुओं और मेहमानों को संबोधित करेंगे।
पहले दिन, यानी 11 जनवरी को, रामलला का महाभिषेक, श्रृंगार, भोग और प्राकट्य आरती संपन्न होगी। इसके बाद दोपहर 2:00 बजे से 5:00 बजे तक मुख्य समारोह आयोजित किया जाएगा। तीनों दिन अंगद टीला पर रामचरितमानस का पाठ, रामायण प्रवचन, श्रीराम जन्म कथा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रंखला जारी रहेगी।
रामलला का विशेष श्रृंगार और उत्सव मूर्ति
इस वर्षगांठ के अवसर पर रामलला और बालकराम के लिए दिल्ली में विशेष वस्त्र तैयार किए गए हैं। इन वस्त्रों की बुनाई और कढ़ाई सोने-चांदी के तारों से की गई है। साथ ही वस्त्रों पर चांदी की छाप भी बनाई गई है। रामलला बालक राम के रूप में पीतांबरी वस्त्र धारण कर श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे।
रामलला की उत्सव मूर्ति को भी विशेष रूप से तैयार किया गया है। इसे मंदिर के गर्भगृह में स्थापित किया जाएगा, जहां श्रद्धालु भव्य श्रृंगार और दिव्य आभा में रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
विशेष आयोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ के उपलक्ष्य में कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इनमें रामचरितमानस का अखंड पाठ, रामायण प्रवचन, श्रीराम जन्म कथा, सांस्कृतिक संध्या, श्रीराम राग सेवा और बधाई गान प्रमुख हैं। हर दिन महाप्रसादम का वितरण भी किया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु भाग लेंगे।
सांस्कृतिक संध्या में देश के जाने-माने कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध करेंगे। रामायण पर आधारित नाट्य प्रस्तुति, भजन और लोक संगीत कार्यक्रम भी इस उत्सव का मुख्य आकर्षण होंगे।
दर्शनार्थियों के लिए विशेष व्यवस्था
इस भव्य उत्सव के दौरान रामलला के दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। आरती पास और विशिष्ट दर्शन पास तीनों दिन के लिए निरस्त रहेंगे, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकें। आरती के समय भी आम श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी जाएगी।
दर्शन अवधि में करीब डेढ़ घंटे की वृद्धि की गई है, ताकि बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन कर सकें। मंदिर परिसर में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
अयोध्या का भव्य श्रृंगार
राम मंदिर को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया है। दीपों, रंग-बिरंगे फूलों और झूमरों से मंदिर परिसर को भव्य रूप दिया गया है। अयोध्या के अन्य प्रमुख स्थलों को भी रोशनी और फूलों से सजाया गया है।
शहर की सड़कों पर जगह-जगह तोरणद्वार बनाए गए हैं, जो उत्सव की भव्यता को और बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा, राम की पैड़ी, कनक भवन और हनुमानगढ़ी जैसे स्थलों पर भी भव्य सजावट की गई है।
श्रद्धालुओं का उत्साह
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर अयोध्या में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है। देश-विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं। रामलला के दर्शन और इस ऐतिहासिक उत्सव का हिस्सा बनने के लिए श्रद्धालुओं ने पहले से ही तैयारी कर रखी थी।
इस अवसर पर अयोध्या के स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में भी खासा उत्साह है। वे श्रद्धालुओं की सेवा और भव्य आयोजन का हिस्सा बनने के लिए तत्पर हैं।