HMPV

सोशल मीडिया पर हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा करते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह लॉकडाउन ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामलों में बढ़ोतरी के कारण लगाया गया है। हालांकि, BOOM द्वारा की गई पड़ताल में पाया गया कि यह दावा पूरी तरह भ्रामक है।

वायरल वीडियो का सच

वायरल वीडियो वास्तव में मार्च 2020 का है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 महामारी की पहली लहर के दौरान देशभर में 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की थी। इस वीडियो को अब एडिट करके HMPV के मौजूदा मामलों से जोड़ने की कोशिश की गई है।

एबीपी न्यूज के पोस्टकार्ड का फैक्ट चेक

वायरल वीडियो में एबीपी न्यूज का एक पोस्टकार्ड भी दिखाई दे रहा है, जिसमें ’21 दिन के लॉकडाउन’ का जिक्र है। BOOM की जांच में पाया गया कि एबीपी न्यूज के मूल पोस्टकार्ड में ’21 दिन के लॉकडाउन’ वाला टेक्स्ट मौजूद नहीं था। इसे एडिट करके जोड़ा गया है।

HMPV वायरस क्या है?

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक वायरस है, जो इंसानों के श्वसन तंत्र में संक्रमण पैदा कर सकता है। यह वायरस नया नहीं है और पहली बार 2001 में इसकी पहचान हुई थी।

भारत में HMPV के मामले: भारत में HMPV के अब तक नौ मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, यह स्थिति चिंताजनक नहीं है। यह वायरस सामान्यतः बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को प्रभावित करता है।

लॉकडाउन की घोषणा से जुड़े तथ्य

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने HMPV के मद्देनजर किसी भी प्रकार के लॉकडाउन की घोषणा नहीं की है। वायरल वीडियो में प्रधानमंत्री द्वारा 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा मार्च 2020 की है, जो कोविड-19 महामारी के दौरान की गई थी। उस समय देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया था।

पड़ताल में क्या सामने आया?

BOOM ने पीएम मोदी के लॉकडाउन की घोषणा से संबंधित कीवर्ड्स को सर्च किया। हमें प्रधानमंत्री के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 24 मार्च 2020 का मूल वीडियो मिला। इस वीडियो के तीन मिनट 18 सेकंड पर वही हिस्सा है, जिसे वायरल किया जा रहा है।

इसके अतिरिक्त, BOOM को एबीपी न्यूज के फेसबुक पेज पर पोस्टकार्ड का मूल संस्करण भी मिला। इसमें ’21 दिन के लॉकडाउन’ वाले टेक्स्ट का कोई जिक्र नहीं है। यह स्पष्ट रूप से एडिट किया गया है।

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