मेहंदी गंज में बना अवैध चार्जिंग स्टेशन

Lucknow के सहादतगंज थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज घटना घटी, जब बिजली चोरी पकड़ने वाली टीम को एक स्कॉर्पियो से कुचलने का प्रयास किया गया। यह घटना बुधवार को हुई, जब बिजली चोरी की जांच करने वाली टीम एक इलाके में बिजली चोरी की जांच कर रही थी। इस टीम में उपखंड अधिकारी, अवर अभियंता और अन्य तकनीकी कर्मचारी शामिल थे। हालांकि, घटना के बाद वहां हड़कंप मच गया, लेकिन स्कॉर्पियो सकरी गली में फंसने के कारण एक बड़ा हादसा टल गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तफ्तीश शुरू कर दी है, और इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है।

बिजली चोरी पकड़ने वाली टीम के साथ घटना

बिजली चोरी पकड़ने वाली टीम, जो कि बुधवार को Lucknow के मेहंदीगंज इलाके में ऑपरेशन कर रही थी, जब एक अस्थाई मकान में ऑटो से बिजली चोरी करते हुए पकड़ा गया। इस कार्रवाई के बाद टीम को अगला कदम उठाने के लिए बढ़ते समय एक सफेद स्कॉर्पियो गाड़ी ने टीम को कुचलने का प्रयास किया। हालांकि, सकरी गली में स्कॉर्पियो फंसने के कारण यह बड़ा हादसा होने से बच गया। इस टीम में अवर अभियंता नितेश सिंह, उपखंड अधिकारी भरत सिंह, और तकनीकी कर्मचारी दिनेश कुमार शामिल थे, जो आगे जांच करने के लिए कैम्पल रोड की तरफ बढ़ रहे थे।

घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची

बिजली चोरी की जांच कर रही टीम के साथ हुए इस हमले के बाद पुलिस को सूचना दी गई और वे तुरंत मौके पर पहुंचे। सहादतगंज थाना पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। अवर अभियंता नितेश सिंह ने तहरीर देकर यह बताया कि जब उनकी टीम बिजली चोरी की जांच के लिए आगे बढ़ी, तो संतोष साहू और उसकी पत्नी सोनिया साहू ने स्कॉर्पियो से जानबूझकर उनकी टीम को कुचलने की कोशिश की।

आरोपियों पर मुकदमा दर्ज

सहादतगंज थाना पुलिस ने इस मामले में नामजद मुकदमा दर्ज किया है। अवर अभियंता नितेश सिंह की शिकायत के आधार पर यह मुकदमा संतोष साहू और सोनिया साहू पर दर्ज किया गया है। आरोपियों में से सोनिया साहू खुद को एक्ससाइज इंस्पेक्टर बताने का दावा कर रही थी। यह जानकारी पुलिस ने दी है कि महिला आरोपी ने खुद को उच्च पद का अधिकारी बताकर मामले को और जटिल बनाने की कोशिश की थी।

मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामला गंभीरता से लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। यह भी जानकारी मिली है कि आरोपी संतोष साहू और उनकी पत्नी सोनिया साहू पर पहले भी कई आरोप लगे हैं, जिनमें अवैध बिजली कनेक्शन और चोरी के मामले शामिल हैं।

मेहंदी गंज में बना अवैध चार्जिंग स्टेशन

विवाद के बाद प्रशासन ने की कार्रवाई

घटना के बाद स्थानीय अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी और पुलिस को मामले की जांच सख्ती से करने के निर्देश दिए गए। अधिशाषी अभियंता कुलदीप श्रीवास्तव भी घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर मामले की तफ्तीश की। उच्च अधिकारियों ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए जल्दी से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

बताया जा रहा है कि आरोपी संतोष साहू और उनके परिवार ने अवैध रूप से बिजली चोरी करने के लिए एक चार्जिंग स्टेशन चला रखा था, और इसे पकड़ने के बाद आरोपियों ने अधिकारियों के साथ मारपीट और जान से मारने की कोशिश की।

सभी अधिकारियों का कहना है कि इस घटना ने उनकी जान को खतरे में डाला और यह दर्शाता है कि अवैध गतिविधियों में शामिल लोग किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद बिजली चोरी की जांच और अधिक सख्ती से की जाएगी।

इस पूरे मामले को लेकर स्थानीय प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया है और पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।

सरकारी अधिकारियों के अनुसार, अब से बिजली चोरी की जांच में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी और उन इलाकों में विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां अवैध बिजली कनेक्शन या चोरी के मामले सामने आते हैं।

मौजूदा समय में Lucknow में बिजली चोरी की समस्या काफी बढ़ गई है, और इस तरह के मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। सरकार और प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि ऐसे मामलों में और अधिक कड़े कदम उठाए जाएंगे।