अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करती दिल्ली पुलिस और मनोज तिवारी

यहां दिल्ली में बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ से जुड़ी एक बड़ी खबर दी जा रही है, जिसमें दिल्ली पुलिस ने चुनाव से पहले एक बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। दिल्ली चुनाव के मद्देनजर पुलिस ने यह कदम उठाया है, जिसके तहत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन गिरफ्तारियों से बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध घुसपैठ और उनके लिए जाली दस्तावेज बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है।

यह खबर न केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई है। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए अपनी चिंता जताई है। इस रैकेट को लेकर आरोप लगाए गए हैं कि इसके तार अरविंद केजरीवाल और उनके कुछ विधायकों से जुड़े हो सकते हैं। मनोज तिवारी ने इसे देशद्रोह करार दिया है और इन घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।

दिल्ली पुलिस का बड़ा एक्शन: 11 गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने बांग्लादेशी नागरिकों को अवैध रूप से भारत में घुसपैठ कराने वाले एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। डीसीपी साउथ अंकित चौहान ने इस बात की जानकारी दी कि इस गिरोह का संचालन फर्जी वेबसाइट के माध्यम से किया जा रहा था। इन वेबसाइटों के जरिए जाली पहचान पत्र, आधार कार्ड, वोटर आईडी और अन्य दस्तावेज तैयार किए जा रहे थे। इस रैकेट के अंतर्गत 11 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, जिनमें जालसाज, आधार ऑपरेटर और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में घुसाने के लिए वे जंगल के रास्तों और एक्सप्रेस ट्रेनों का इस्तेमाल करते थे। ये बांग्लादेशी नागरिक, जो अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर रहे थे, खासकर दिल्ली और अन्य शहरों में अपनी पहचान छिपाकर रह रहे थे। यह घुसपैठियों का गिरोह अब तक बड़ी संख्या में लोगों को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करा चुका था और उनके लिए जरूरी दस्तावेज भी तैयार किए थे।

अवैध बांग्लादेशियों की पहचान करती दिल्ली पुलिस और मनोज तिवारी

जाली दस्तावेज़ों का कारोबार

पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने जाली दस्तावेज बनाने का कारोबार बड़े स्तर पर किया था। गिरोह के सदस्य फर्जी वेबसाइट के माध्यम से आधार कार्ड, वोटर आईडी और अन्य सरकारी दस्तावेज तैयार करते थे। इन दस्तावेजों को बांग्लादेशी नागरिकों को सौंप दिया जाता था, ताकि वे भारतीय नागरिक बनकर भारत में रह सकें। यह गिरोह उन लोगों को भी इस प्रक्रिया में शामिल करता था, जो इस तरह के दस्तावेजों को बनाने के लिए तकनीकी तौर पर सक्षम थे।

पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। डीसीपी अंकित चौहान के अनुसार, यह एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय गिरोह हो सकता है, जिसकी जड़ें अन्य देशों में भी फैली हुई हो सकती हैं। पुलिस अब इस मामले की जांच में जुटी हुई है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह के और भी सदस्य कौन हैं।

भाजपा सांसद मनोज तिवारी का बयान

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि यह मामला केवल बांग्लादेशी नागरिकों की अवैध घुसपैठ का नहीं है, बल्कि यह देशद्रोह का मामला है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि इन लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज होना चाहिए, क्योंकि यह हमारे देश के लोगों के अधिकारों को छीनने का कृत्य है।

मनोज तिवारी ने साफ शब्दों में कहा कि इन अवैध घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और इसके तार जो भी हैं, उनकी जांच होनी चाहिए। तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह से अरविंद केजरीवाल अवैध घुसपैठियों के मतदान को रोकने के लिए चुनाव आयोग गए हैं, उसी तरह उन्हें इस गिरोह के खिलाफ भी सख्त कदम उठाने चाहिए। उनका यह भी कहना था कि इस गिरोह के तार अरविंद केजरीवाल और उनके कुछ विधायकों से जरूर जुड़े होंगे, क्योंकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) जैसे दलों ने हमेशा इस तरह के मुद्दों पर चुप्पी साधी है और कभी भी इस पर सख्त कदम नहीं उठाए।

केजरीवाल का जवाब

इस आरोप के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मनोज तिवारी की बातों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी भी व्यक्ति का अवैध रूप से घुसपैठ करना या देश में बिना वैध दस्तावेजों के रहना पाया जाता है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग दिल्ली में कानून और व्यवस्था का पालन करते हैं, उनके लिए कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।

केजरीवाल ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने हमेशा दिल्ली में सभी नागरिकों के अधिकारों का सम्मान किया है और वे इस मुद्दे पर किसी भी प्रकार की सख्ती का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पहले भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई की है और भविष्य में भी किसी प्रकार की घुसपैठ को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्याओं का मुद्दा

दिल्ली में बांग्लादेशी नागरिकों के अवैध घुसपैठ का मामला एक लंबे समय से विवाद का विषय रहा है। इसके अलावा, रोहिंग्याओं के अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने का मुद्दा भी देश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। भाजपा और अन्य दलों ने बार-बार इस पर आरोप लगाए हैं कि इस प्रकार की अवैध घुसपैठें भारत की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकती हैं।

कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने इस मुद्दे पर कभी स्पष्ट बयान नहीं दिया है, जबकि भाजपा ने इसे अपनी चुनावी रणनीति में प्रमुखता से उठाया है। दिल्ली में अगले विधानसभा चुनावों के लिए यह एक अहम मुद्दा बन सकता है, क्योंकि इस मुद्दे से जुड़ी राजनीति अब और भी तेज हो गई है।