पीलीभीत जिले के पूरनपुर इलाके में तीन खलिस्तानी आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ ने एक बार फिर देश में सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यह एनकाउंटर तब हुआ जब पंजाब के गुरदासपुर जिले में पुलिस चौकी पर ग्रेनेड और बम से हमले के बाद ये आतंकी उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में आकर छिप गए थे। यह मुठभेड़ सोमवार की सुबह करीब पांच बजे हुई, जिसमें तीनों आतंकवादी मारे गए और यूपी पुलिस के दो सिपाही भी घायल हुए। पुलिस ने एनकाउंटर के बाद इलाके की घेराबंदी कर गहनता से जांच की और आतंकवादियों के पास से एके-47 राइफल्स, विदेशी पिस्टल, भारी मात्रा में कारतूस और चोरी की बाइक बरामद की।
सम्भवतः यह घटना 20 दिसंबर, 2024 को हुई, जब पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित एक पुलिस चौकी पर आतंकवादियों ने ग्रेनेड और बम से हमला किया। इस हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं थी, लेकिन यह हमला पंजाब पुलिस के लिए एक बड़ी चेतावनी थी। हमलावरों के बारे में पता चला कि वे तीन खलिस्तानी आतंकवादी थे, जिन्होंने पंजाब में इस हमले को अंजाम दिया था। इस हमले के बाद वे उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के पूरनपुर क्षेत्र में आकर छिप गए थे।
आतंकवादियों की पहचान और उनकी योजना
इन आतंकवादियों की पहचान पंजाब के गुरदासपुर जिले के रहने वाले तीन युवकों के रूप में हुई है। वे खलिस्तानी संगठन से जुड़े हुए थे और उनका उद्देश्य पंजाब में आतंक फैलाना था। उनके पास से बरामद हुई चीजें – जैसे कि एके-47 राइफल्स और विदेशी पिस्टल – इस बात का प्रमाण थीं कि ये आतंकवादी अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे।
उनकी योजना पंजाब में पुलिस पर हमले के बाद उत्तर प्रदेश के पूरनपुर में छिपने की थी। पुलिस को इनके छिपे होने की सूचना मिली थी और उन्होंने दोनों राज्यों की पुलिस को मिलाकर एक संयुक्त टीम तैयार की।
मुठभेड़ की शुरुआत
सोमवार की सुबह, पंजाब और उत्तर प्रदेश पुलिस की संयुक्त टीम ने पूरनपुर इलाके में आतंकवादियों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। इस दौरान खमरिया प्वाइंट पर एक पिकेट ने सूचना दी कि तीन संदिग्ध व्यक्ति बाइक पर पीलीभीत की तरफ जा रहे हैं। यह जानकारी मिलने के बाद, पंजाब और यूपी पुलिस की टीम ने इन संदिग्धों का पीछा करना शुरू किया।
आतंकवादी मुठभेड़ के दौरान एक निर्माणाधीन पुल के पास पहुंचे, जहां उन्होंने पुलिस की घेराबंदी देखी और फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें तीनों आतंकवादियों को गोलियां लगीं और बाद में उन्हें अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया।
एनकाउंटर के बाद की स्थिति
एनकाउंटर के बाद, पुलिस ने इलाके को सील कर दिया और गहनता से जांच शुरू की। आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों के पास दो एके-47 राइफल्स, दो विदेशी पिस्टल और एक चोरी की बाइक थी, जो पूरनपुर से ही चुराई गई थी।
घायल पुलिसकर्मी और अस्पताल में उपचार
एनकाउंटर के दौरान यूपी पुलिस के दो सिपाही भी घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है और वे जल्द ही ठीक हो जाएंगे।
पुलिस का बयान और जांच
पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अविनाश पांडेय ने बताया कि यह मुठभेड़ उनके लिए महत्वपूर्ण थी क्योंकि इसे संयुक्त पुलिस टीम की सटीक योजना और कार्रवाई के कारण अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि हमलावरों की तलाश पंजाब और यूपी पुलिस ने मिलकर की थी और इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती गई थी।
उनके मुताबिक, आतंकवादियों के छिपने की जगह के बारे में अभी और जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि वे कब और कहां से आए थे और उनकी योजनाएं क्या थीं।
सुरक्षा बलों की कड़ी कार्रवाई
एनकाउंटर के बाद पुलिस ने इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी और संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस तरह के आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
खलिस्तानी आतंकवाद का खतरा
यह घटना खलिस्तानी आतंकवाद के बढ़ते खतरे को भी उजागर करती है। पंजाब में खलिस्तानी आतंकवादी संगठन फिर से सिर उठा रहे हैं, और उनका भारत में आतंक फैलाने का उद्देश्य स्पष्ट है। हालांकि, भारत सरकार और सुरक्षा बलों ने इस पर कड़ी नजर रखी है और इन आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस की सफलता
यह मुठभेड़ पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है क्योंकि इसने आतंकवादियों को दबोचने में सफलता प्राप्त की और उनपर कड़ा प्रहार किया। पुलिस की इस कार्रवाई से यह भी संदेश जाता है कि आतंकवादियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पीलीभीत पुलिस और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने अपने समन्वय और तत्परता से एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम किया और आतंकवादियों के मंसूबों को धराशायी किया।
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