Ind vs Aus के बीच शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अपनी बल्लेबाजी क्रम को लेकर बड़ा खुलासा किया है। रोहित ने पुष्टि की है कि वह इस टेस्ट मैच में मध्यक्रम में बल्लेबाजी करेंगे, जबकि यशस्वी जायसवाल के साथ ओपनिंग के लिए केएल राहुल मैदान में उतरेंगे। पर्थ टेस्ट में रोहित की अनुपस्थिति में राहुल और यशस्वी ने मिलकर पारी का आगाज किया था
रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपने फैसले का खुलासा करते हुए कहा, “हां, केएल राहुल ओपनिंग करेंगे और मैं मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने के लिए उतरूंगा।” रोहित का यह निर्णय काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि वह लंबे समय से भारत के लिए ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते हैं। इस फैसले से यह भी साफ हो गया कि पिंक बॉल टेस्ट में राहुल और यशस्वी ही पारी का आगाज करेंगे, जैसा कि पहले पर्थ टेस्ट में हुआ था।
रोहित ने इस संबंध में आगे बताया कि वह इस बदलाव के लिए तैयार हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि टीम की सफलता के लिए यह जरूरी था। उन्होंने कहा, “पर्थ में जब मैंने देखा कि राहुल और यशस्वी ने शानदार बल्लेबाजी की और पारी की अच्छी शुरुआत दी, तो मुझे लगा कि इसमें बदलाव की कोई आवश्यकता नहीं है। मैं अपने नवजात बच्चे के साथ घर पर था, लेकिन जब मैंने टीवी पर दोनों बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करते देखा, तो मुझे यह परिवर्तन करने की कोई आवश्यकता महसूस नहीं हुई।”
पहले टेस्ट में राहुल और यशस्वी ने दी मजबूत शुरुआत
रोहित की अनुपस्थिति में, केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल ने पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में शानदार बल्लेबाजी की थी और पहले विकेट के लिए 200+ रन की साझेदारी की थी। राहुल ने इस दौरान 77 रन बनाए थे, जिससे उनकी ओपनिंग जोड़ी की क्षमताओं पर भी मुहर लगी थी। दूसरे टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ हुए अभ्यास मैच में भी दोनों बल्लेबाजों ने पारी का आगाज किया था और अर्धशतकीय साझेदारी की, जिससे उनके सलामी बल्लेबाज के तौर पर बने रहने का दावा मजबूत हो गया था।
रवि शास्त्री और अन्य विशेषज्ञों का समर्थन
इससे पहले, पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री और अन्य क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी यह सलाह दी थी कि Ind vs Aus: रोहित शर्मा को ओपनिंग छोड़कर मध्यक्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए। उनका मानना था कि राहुल और यशस्वी की जोड़ी को ओपनिंग में बनाए रखना टीम के लिए फायदेमंद रहेगा, खासकर टेस्ट मैचों में जहां मजबूती से शुरुआत महत्वपूर्ण होती है।
रोहित ने अपनी इस भूमिका को स्वीकार करते हुए कहा कि उन्होंने अपने बलिदान से टीम के लिए अधिक योगदान देने का प्रयास किया है। “मैंने खुद को मध्यक्रम में भेजने का निर्णय लिया है, ताकि टीम को ज्यादा फायदा हो। मुझे नहीं लगता कि हमें ओपनिंग में कोई बदलाव करने की आवश्यकता है।” रोहित का यह निर्णय टीम के सामूहिक हित में है और इसके साथ ही वह अपनी भूमिका को अच्छे से निभाने के लिए तैयार हैं।
रोहित का शानदार ओपनिंग करियर
रोहित शर्मा ने 2019 से भारत के लिए ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में अपनी भूमिका निभाई है और इस दौरान उन्होंने 42 टेस्ट मैचों में 44 के औसत से करीब 3000 रन बनाए हैं, जिसमें नौ शतक भी शामिल हैं। ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में उनकी सफलता को देखकर यह उम्मीद की जा रही थी कि वह इसी भूमिका को बरकरार रखेंगे। लेकिन अब उन्होंने खुद मध्यक्रम में बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है, जो एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
रोहित का पारिवारिक कारणों से टेस्ट में अनुपस्थित रहना
रोहित शर्मा पहले टेस्ट मैच में अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्होंने पहले मैच के बाद टीम से जुड़कर दूसरे टेस्ट की तैयारी शुरू कर दी थी। रोहित ने इस बारे में भी खुलासा किया और कहा, “मैंने पहले टेस्ट के बाद राहुल और यशस्वी को बल्लेबाजी करते देखा और मुझे यह सुखद अनुभव हुआ। मुझे लगा कि हमें ओपनिंग में कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं है।”
आगे का रास्ता: क्या बदलाव होंगे?
रोहित के इस फैसले से यह स्पष्ट हो गया है कि वर्तमान में ओपनिंग के लिए राहुल और यशस्वी को ही प्राथमिकता दी जाएगी। हालांकि, रोहित ने यह भी कहा कि भविष्य में परिस्थितियों के अनुसार निर्णय बदल सकते हैं। “हमारे पास अच्छा विकल्प है, लेकिन अभी जो टीम का कॉम्बिनेशन है, वह बेहतरीन है। मुझे नहीं लगता कि हमें फिलहाल किसी बदलाव की आवश्यकता है,” रोहित ने कहा।
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